विश्वजीत राय
सफ़ल समाचार कुशीनगर
कुशीनगर: सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों का होगा कायाकल्प
पडरौना। जिले में संचालित सभी सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों का भी कायाकल्प होगा। शासन ने इसकी स्वीकृति दे दी है। इसके तहत 19 पैरामीटर पर निर्माण कार्य होगा। यह निर्माण कराने के लिए जिले में संचालित सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल संचालकों से कमरों की संख्या के अलावा उपलब्ध भूमि आदि की सूचना एक सप्ताह के भीतर मांगी गई है।
कुशीनगर में कुल 54 सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल संचालित हैं। इसमें पांच हजार से अधिक छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। इन विद्यालयों में भी बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से संचालित जूनियर विद्यालयों की तरह की विद्यार्थियों को एमडीएम के अलावा अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। यहां तैनात शिक्षकों का वेतन भी बेसिक शिक्षा परिषद के जरिए दिए जाते हैं। लेकिन स्कूल का संचालन प्रबंध तंत्र की तरफ से होता है। इन विद्यालयों की आय कम होने और प्रबंध तंत्र की उदासीनता के चलते शौचालय, फर्श और पेजयल समेत अन्य सुविधाएं परिषद की तरफ से संचालित जूनियर विद्यालयों की तरफ से उपलब्ध नहीं है। इसको गंभीरता से लेते शासन ने अब इन विद्यालयों को परिषदीय विद्यालयों की तरह की कायाकल्प योजनाओं के तहत 19 पैरामीटर पर निर्माण कार्य कराया जाएगा। इसमें विद्यालयों में पर्याप्त फर्नीचर, बालक व बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय, दिव्यांग छात्रों के लिए रैंप, फर्श का टायलीकरण, शुद्ध पेयजल समेत अन्य निर्माण कार्य कराए जाने हैं। इसके लिए बीएसए ने सभी विद्यालय संचालकों को पत्र जारी कर एक सप्ताह के भीतर कमरों की संख्या, विद्यालय में भूमि की उपलब्धता, शौचालय आदि की स्थिति आदि के बारे में जानकारी मांगी है।
बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से संचालित विद्यालयों की तरह ही जिले में संचालित सभी सहायता प्राप्त विद्यालयों में कायाकल्प योजना के तहत 19 पैरामीटर पर निर्माण कार्य होना है। इस संंबंध में शासन से निर्देश प्राप्त हुआ है। इसकै लिए सभी सहायता प्राप्त विद्यालय संचालकों से एक सप्ताह के भीतर सभी जरूरी सूचनाएं मांग गई है। -डॉ. राम जियावन मौर्या, बीएसए, कुशीनगर।