सफल समाचार अजीत सिंह
पिछड़ेपन, उपेक्षा का दंश-विकास से कोसों दूर है बिल्ली मारकुंडी का बाड़ी सिकटहवां टोला वार्ड नंबर-2
आपको बताते चले कि बिल्ली मारकुंडी बाड़ी तरफ क्रशर प्लांट की धूल और शोर ने बिगाड़ रखा है लोगों का स्वास्थ्य
पानी की लिए ग्रामीणों को करनी होती है कड़ी मशक्कत
सोनभद्र। देश की आजादी के बाद विकास से महरूम गांव के टोले मजरे को संतृप्त करने की कवायद तो निश्चित ही किए गए हैं,लेकिन आज भी कई ऐसे टोले और गांव के मजरे हैं जो विकास की किरणों से महरूम पड़े हुए हैं। जिन्हें विकास योजनाओं से संतृप्त करने की बात तो दूर है कोई इनकी ओर झांकने तक नहीं आता कि यहां के लोग कैसे जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इसकी बानगी देखनी हो तो चले आएं बिल्ली मारकुंडी (बाड़ी सिकटहवां टोला) के वार्ड नंबर -2 में जहां के लोग कैसे जीवन व्यतीत करते हैं देख व्यवस्था पर रोना आ जाता है। जिले के चोपन विकास खंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बिल्ली मारकुंडी (बाड़ी सिकटहवां टोला) वार्ड नंबर -2 जहां सड़क बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव दिखाई देता है। क्रेसर प्लांट की विनाशकारी धूलकणों से समूचा गांव कोहरे के आगोश में बारहों मास समाया हुआ रहता है जिसे रोकने को कौन कहें खनन क्षेत्र के प्रदूषण, क्रेशर मशीनों की शोर से लोगों का खुली हवा में सांस लेने से लेकर जीवन यापन करना कठिन हो उठा है। ग्रामीणों की माने तो बस्ती के लोगों को पानी की गंभीर समस्या से जूझना पड़ रहा है। पानी टंकी शोपीस बनकर लोगों को मुंह चिढ़ा रहा है। प्यास बुझाने के लिए ग्रामीणों को बस्ती में स्थित क्रेशर प्लांट से पानी लाकर प्यास बुझानी पड़ती है। इसके लिए ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सभासद प्रतिनिधि संजय भारती कहते हैं कि यहां कि दुर्व्यवस्थाएं देख कर हर किसी का दरवाजा खटखटाया गया ताकि इन्हें दूर किया जा सके, लेकिन कोई भी इधर झांकना नहीं चाहा है। वार्ड 2, बाडी सिकटहवा टोला के रहवासियों मसलन, लालू कोल, कैलाश,दिलीप,संजू,विजय, राजेश, रामा, राजेंद्र, राजकुमार, संतोष, बाबूलाल, संशोधन, बिंदु, रामचंद्र, श्याम देव, दिलीप, दिनेश, गायत्री देवी सभासद, राजकुमारी देवी, शांति देवी का कहना रहा है कि दुर्व्यवस्थाओं का दंश झेल रहे इस बस्ती की ओर सांसद विधायक भी झांकने की जहमत नहीं उठाते हैं।शासन-प्रशासन के लोग भी यहां के लोगों की कोई सुधि नहीं लेना चाहें हैं।मज़े कि बात है कि इस बस्ती से तकरीबन आधा किलोमीटर की दूरी पर इलाकाई ओबरा विधायक का भी आवास है पर क्या मजाल कि वह इन ग्रामीणों के बीच आकर उनकी समस्याओं को सुनकर करीब से देखकर समाधान कराते, ऐसा हरगिज नहीं ग्रामीण विकास से महरूम पड़े हुए विधायक की आस निहार रहे हैं। लेकिन क्या मजाल जो विधायक के पग इस बस्ती में पड़ जाते।बिल्ली मारकुंडी बाड़ी वार्ड 2 की सभासद गायत्री देवी प्रतिनिधि संजय भारती,संजू,विजय,मुन्ना, संतलाल, राजकुमारी, दिलीप इत्यादि ग्रामीण बस्ती की मूलभूत सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए अपना दर्द साझा करते हुए उपेक्षा का खुला आरोप लगाते हैं। सभी एक स्वर में कहते हैं कि हम बस्ती वालों की स्थिति नारकीय बना दी गई है। प्रदूषण से जहां लोग विभिन्न बीमारियों की चपेट में आकर मरीज़ बन रहें हैं तों वहीं नात रिश्तेदार भी उनके यहां आना नहीं चाहते हैं। देखना अब यह है कि कब हम बस्ती वालों के भाग्य खुलते हैं और विकास की किरणें बस्ती में पड़ती हैं।