सफल समाचार अजीत सिंह
नौ कुंडीय नवचेतना जागरण गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन देव पूजन कर श्रद्धालुओं ने डाली आहुतियां
सोनभद्र। जिला मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज के रामलीला मैदान में आयोजित नौ कुंडीय नवचेतना जागरण गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन हरिद्वार से पधारे राधेश्याम उपाध्याय दल नायक के नेतृत्व मे मुख्य यजमान रामायण कल्चर मैपिंग योजना के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर दीपक कुमार केसरवानी और उनकी पत्नी प्रतिभा देवी, की उपस्थिति में हरिद्वार से पधारे नरेंद्र मिश्रा अनिल दुबे मेवालाल के संगीतमय गायन, वादन से यज्ञ- ज्ञान- विज्ञान, देव पूजन एवं गायत्री महायज्ञ का आयोजन हुआ।
वही महायज्ञ आरंभ गायत्री मंत्र ‘ऊं भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो न: प्रचोदयात्।।’
के प्रभावशाली मंत्र के गायन से हुआ
इस अवसर पर दल नायक ने महायज्ञ प्रकाश पर डालते हुए कहा कि-‘सृष्टिकर्ता प्रकाशमान परामात्मा के तेज का हम ध्यान करते हैं, परमात्मा का वह तेज हमारी बुद्धि को सद्मार्ग की ओर चलने के लिए प्रेरित करें।’ गायत्री मंत्र का जाप गायत्री माता का ध्यान लगाकर किसी मंदिर, घर, एकांत स्थान पर सुबह, दोपहर, शाम को रुद्राक्ष की माला से 108 बार करना चाहिए।जीवन में उत्साह एवं सकारात्मकता में वृद्धि होती है, इसके चलते मानव खराब से खराब परिस्थिति से भी बाहर निकलने में कामयाब हो जाता है, व्यक्ति का मन धर्म और सेवा कार्यों में भी लगने लगता है, क्रोध शांत होता है, बुराइयां मन से दूर होती हैं, रक्त संचार सही तरह से होता है, बीमारियों से राहत मिलती है, चेहरे पर रौनक आता है, अस्थमा रोगियों के लिए यह फायदेमंद है।उन्होंने ने कहा कि हर उम्र के स्त्री- पुरुष, बालक, बूढ़े, नौजवान को प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए करना चाहिए। इसके एक दिन पूर्व शांध्य कालीन प्रवचन में टोली नायक ने आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा के व्यक्तित्व कृतित्व पर चर्चा किया।इस अवसर पर जिला समन्वयक राजकुमार तरुण, अरविंद कुमार सिंह, प्रकाश केशरी, गोविंद उमर, शिव शंकर कुशवाहा, रामदुलार विश्वकर्मा, बंशीधर मौर्य, लालता प्रसाद, सरिता जायसवाल, पुष्पा दुबे, सरोज, गीता देवी सहित अन्य लोगों उपस्थित है।