सफल समाचार अजीत सिंह
भगवान श्री राम जी के नैतिक, सामाजिक एवं मानव मूल्यों को जन-जन तक पहुचाने के दृष्टिगत जनपद के मंदिरों में भजन-कीर्तन व सांस्कृतिक कार्यक्रम का हो रहा है आयोजन
श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के तहत जनपद के राम जानकी मंदिर, शिवद्वार मंदिर, माता वैष्णों देवी मंदिर डाला, माॅ वन देवी मंदिर ओबरा सहित प्रमुख मंदिरों में भजन-कीर्तन कार्यक्रम का हो रहा आयोजन
श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के तहत जनपद के राम जानकी मंदिर, शिवद्वार मंदिर, माता वैष्णों देवी मंदिर डाला, माॅ वन देवी मंदिर ओबरा सहित प्रमुख मंदिरों में भजन-कीर्तन का आयोजन भक्तिपूर्ण माहौल में आयोजन किया जा रहा है। श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के तहत जनपद में भजन, कीर्तन, रामायण पाठ आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। महर्षि बाल्मीकि जी द्वारा रचित विश्वप्रसिद्ध महाकाव्य रामायण की रचना श्रीराम जी की जीवनगाथा पर आधारित है। इस महाकाव्य में श्रीराम जी के नैतिक, सामाजिक एवं मानव मूल्यों की स्थापना का आदर्श प्रस्तुत किया गया है, जो वर्तमान समय में अत्यधिक प्रासंगिक एवं महत्वपूर्ण है। इस विश्व प्रसिद्ध अमूर्त धरोहर का संरक्षण एवं जनमानस तक इसकी जानकारी पहुॅचाना हमारा उत्तरदायित्व है, इसी क्रम में अयोध्या में नवनिर्मित श्रीराम मंदिर निर्माण देश व समाज में जन-जन तक इन्हीं संस्कारों, आदर्शो, प्राचीन परम्पराओं एवं नैतिक मूल्यों की स्थापना की ओर अग्रणी कदम है। श्रीराम जी की जन्मभूमि अयोध्या के इस मंदिर से प्रदेश के जन मानस का बेहद करीबी लगाव रहा है। शासन से प्राप्त निर्देश के क्रम में श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर जनपद में 14 से 22 जनवरी तक राम मंदिरों, हनुमान मदिरों आदि में रामकथा, रामायण पाठ, भजन कीर्तन आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। जनपद के ब्लाक घोरावल के अन्तर्गत शिवद्वार मंदिर, वैष्णो माता मंदिर डाला, अमिला धाम ओबरा, कुड़ारी देवी ओबरा, माॅ वन देवी पिपरी रेनुकूट, ज्वाला देवी शक्तिधाम शक्तिनगर, राम जानकी मंदिर एवं संकट मोचन मंदिर राबर्ट्सगंज आदि मंदिरों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में भजन, कीर्तन, रामायण पाठ, रामकथा के माध्यम से भगवान श्रीराम जी के नैतिक, सामाजिक एवं मानव मूल्यों की स्थापना का आदर्श प्रस्तुत कर लोगों को प्रेरित किया जा रहा है, जनपद के प्रमुख मन्दिरों को भव्य रूप से सजाया गया है एवं सुन्दर लाइटिंग की व्यवस्था की गयी है, मन्दिरों में कार्यक्रम हेतु तहसील स्तर पर उप जिलाधिकारी एवं खण्ड विकास खण्ड स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है एवं अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत को सहायक नोडल अधिकारी उक्त कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु जिलाधिकारी महोदय द्वारा नामित किया गया है।