अनुग्रह परासर
सफल समाचार देवरिया
देवरिया में शस्त्र लिपिक घूस लेते रंगेहाथों गिरफ्तार
गोरखपुर से आई एंटी करप्शन की टीम ने शुक्रवार को शस्त्र लिपिक को घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उसने लाइसेंस बनाने के नाम पर दस हजार रुपये रिश्वत मांगी थी।
कागजी कार्रवाई के बाद बाबू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया गया।
बरियारपुर थाना क्षेत्र के महुई के पिपरहिया टोला निवासी दीनानाथ यादव पुत्र रमायन यादव का शस्त्र लाइसेंस खो गया था। द्वितीय प्रति के लिए उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय में आवेदन किया था। आरोप है कि दीनानाथ यादव ने शस्त्र लिपिक राजेश कुमार से संपर्क किया तो उसने लाइसेंस की द्वितीय प्रति बनाने को 10 हजार रुपये घूस की मांग की। दीनानाथ ने इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन गोरखपुर से की। शुक्रवार की दोपहर में इंस्पेक्टर शिव मनोहर यादव के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम कलक्ट्रेट पहुंची। जिला प्रशासन द्वारा टीम को उपलब्ध कराए गए साक्षी अफसर की मौजूदगी में शस्त्र लिपिक राजेश कुमार प्रसाद को दीनानाथ यादव ने कार्यालय के बाहर बरामदे में बुलाकर केमिकल लगे 10 हजार रुपये दिए। शस्त्र लिपिक द्वारा रकम लेते ही आसपास मौजूद टीम ने उसे रंगेहाथों दबोच लिया।
इसकी खबर लगते ही कलक्ट्रेट के बाबू शस्त्र लिपिक को छुड़ाने को टीम के पास पहुंचे। लेकिन टीम तेजी दिखाते हुए उसे अपनी गाड़ी में बैठाकर कोतवाली लेकर चली गयी। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक कक्ष में घंटों कागजी कार्रवाई
चली। इस दौरान भी कलक्ट्रेट के कई बाबू भी जमे रहे। एंटी करप्शन की टीम ने आरोपी लिपिक राजेश कुमार निवासी बड़हरा सदर कोतवाली के खिलाफ सदर कोतवाली में धारा 7,13 (1)ख, धारा 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-1988 व संशोधित भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-2018 में मुकदमा दर्ज कराते हुए पुलिस के हवाले कर दिया। राजेश कुमार कलक्ट्रेट में वरिष्ठ सहायक था।