सफल समाचार गणेश कुमार
महंत कमलनयन दास जी महाराज ने जड़ी बूटियों से बनी हवन सामग्री से यज्ञ में दी आहुति
– विराट रुद्र महायज्ञ में वैदिक मंत्रों से आचार्यगण ने कराई पूजा
– 25 जनवरी को 11 आदिवासी कन्याओं की कराई जाएगी शादी
– अयोध्या, काशी, प्रयागराज से साधु संत आशीर्वाद देने आएंगे
– विशाल भंडारे के साथ होगा कार्यक्रम का समापन
फोटो: अयोध्या मणिराम छावनी धर्म मंडप में महंत कमलनयन दास जी महाराज ने जड़ी बूटियों से बनी हवन सामग्री से दी आहुति । आचार्यगण वैदिक मंत्रों से पूजन कराते हुए। यज्ञ मंडप के सामने भिखारी बाबा के साथ समाजसेवी शालिग्राम साहू।
सोनभद्र। अयोध्या धाम मणिराम छावनी धर्म मंडप में सोनभद्र के भिखारी बाबा द्वारा आयोजित नौ दिवसीय विराट रूद्र महायज्ञ में आठवें दिन बुधवार को महंत कमलनयन दास जी महाराज ने जड़ी बूटियों से बनी हवन सामग्री से यज्ञ में आहुति दी। वैदिक रीति से वेद मंत्रों द्वारा अचार्यगण ने पूजन कराया। आचार्यगणों को यजमानों ने टीका लगाया और दक्षिणा देकर आशीर्वाद लिया। 25 जनवरी को 11 आदिवासी कन्याओं की शादी कराई जाएगी, जिसमे अयोध्या, काशी, प्रयागराज से साधु संत आशीर्वाद देने आएंगे।विशाल भंडारे के साथ यज्ञ का समापन होगा।कार्यक्रम के आयोजक/ संयोजक भिक्षुक भिखारी जंगली दास दीनबंधु रमाशंकर गिरी जी महाराज ने बताया कि मणिराम छावनी रामजन्मभूमि अयोध्या के महंत नृत्यगोपाल दास जी महाराज एवं महंत कमल नयन दास जी महाराज के आशीर्वाद से नौ दिवसीय विराट रूद्र महायज्ञ चल रहा है। आचार्यगण गोपाल धर द्विवेदी ,राधाकृष्ण तिवारी, हरीओम धर द्विवेदी, राजेश तिवारी, योगेश तिवारी, रेवती तिवारी एवं राजेश कुमार पाठक द्वारा वैदिक रीति से वेद मंत्रों द्वारा विराट रूद्र महायज्ञ एवं अन्य कार्यक्रम संपन्न कराया जा रहा है। महंत कमलनयन दास जी महाराज ने सबसे पहले जड़ी बूटियों से बनी हवन सामग्री से आहुति दी। महाराज जी ने कहा कि जड़ी बूटियों से बनी हवन सामग्री से ही आहुति होनी चाहिए, क्योंकि इससे पर्यावरण संरक्षण होगा और वातावरण भी दूषित नहीं होगा। उसके बाद मुख्य यजमान राजेश कुमार पाठक व धर्मपत्नी सुशीला पाठक, बिरजू दास व धर्मपत्नी आशा देवी, वासु त्यागी, रामकृपाल व धर्मपत्नी चिरौजी, दिल्ली से आए महिप त्रिनेत्र के साथ अन्य यजमानों ने जड़ी बूटियों से बनी हवन सामग्री से पर्यावरण संरक्षण हेतु यज्ञ में आहुति दी। यजमानों ने आचार्यगण को टीका लगाया और दक्षिणा देकर आशीर्वाद लिया। यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने वालों में राम खेलावन, श्याम बिहारी, प्रहलाद, रामवृक्ष, हरिचंद, प्रभु नारायण, राजेंद्र, अभय, रामप्यारे, सुखराम, जंगली बाबा, माहिप त्रिनेत्र,शालिग्राम साहू , लालाजी साहू, संतोष साहू, प्रभुनाथ गुप्ता आदि शामिल रहे।