सफल समाचार गणेश कुमार
अयोध्या चार धाम में सोनभद्र की 10 आदिवासी कन्याओं की कराई गई शादी
– अयोध्या श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज, महंत कमल नयन दास जी महाराज, बाबा हरजीत सिंह ने वर -वधुओं को दिया उपहार और आशीर्वाद
– अयोध्या धाम स्थित मणिराम छावनी धर्म मंडप में चल रहे नौ दिवसीय विराट रूद्र महायज्ञ का हुआ समापन
– पर्यावरण संरक्षण हेतु जड़ी बूटियों से बनी हवन सामग्री से दी गई आहुति
फोटो: अयोध्या मणिराम छावनी धर्म मंडप में जड़ी बूटियों से बनी हवन सामग्री से आहुति डालते लोग। 10 आदिवासी कन्याओं की शादी कराते आचार्यगण के साथ मौजूद महंत कमल नयन दास जी महाराज और बाबा हरजीत सिंह। वर वधुओ को आशीर्वाद देते महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज। हनुमान गढ़ी वरों को दर्शन कराने जाते भिखारी बाबा ।
सोनभद्र। अयोध्या चार धाम में सोनभद्र के भिखारी बाबा द्वारा 10 आदिवासी कन्याओं की शादी कराई गई। अयोध्या श्री राम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज, महंत कमल नयन दास जी महाराज और बाबा हरजीत सिंह ने वर वधुओं को उपहार एवं आशीर्वाद दिया । वहीं अयोध्या धाम मणिराम छावनी धर्म मंडप में चल रहे नौ दिवसीय विराट रूद्र महायज्ञ के अंतिम दिन पर्यावरण संरक्षण हेतु जड़ी बूटियों से बनी हवन सामग्री से यज्ञ में आहुति दी गई। वैदिक रीति से वेद मंत्रों द्वारा अचार्यगण ने पूजन कराया। आचार्यगणों को यजमानों ने टीका लगाया और दक्षिणा देकर आशीर्वाद लिया। इसी के साथ यज्ञ का समापन हो गया।कार्यक्रम के आयोजक/ संयोजक भिक्षुक भिखारी जंगली दास दीनबंधु रमाशंकर गिरी जी महाराज ने बताया कि मणिराम छावनी रामजन्मभूमि अयोध्या के महंत नृत्यगोपाल दास जी महाराज एवं महंत कमल नयन दास जी महाराज के आशीर्वाद से नौ दिवसीय विराट रूद्र महायज्ञ एवं 10 आदिवासी कन्याओं की शादी सकुशल संपन्न हो गई।आचार्यगण गोपाल धर द्विवेदी ,राधाकृष्ण तिवारी, हरीओम धर द्विवेदी, राजेश तिवारी, योगेश तिवारी, रेवती तिवारी एवं राजेश कुमार पाठक द्वारा वैदिक रीति से वेद मंत्रों द्वारा विराट रूद्र महायज्ञ एवं अन्य कार्यक्रम संपन्न कराया गया। मुख्य यजमान राजेश कुमार पाठक व धर्मपत्नी सुशीला पाठक, बिरजू दास व धर्मपत्नी आशा देवी, वासु त्यागी, रामकृपाल व धर्मपत्नी चिरौजी, दिल्ली से आए महिप त्रिनेत्र,अश्वनी तिवारी, गीता तिवारी, भावना तिवारी, आद्या तिवारी, इदिका तिवारी, ओंकार नाथ दुबे, शशिकला दुबे, सरिता सिंह, बृजेश जी, धनंजय जी, विमला देवी, कृष्णावती, शालिग्राम साहू, लालजी साहू, संतोष साहू, प्रभुनाथ गुप्ता के साथ अन्य यजमानों ने जड़ी बूटियों से बनी हवन सामग्री से पर्यावरण संरक्षण हेतु यज्ञ में आहुति दी। यजमानों ने आचार्यगण को टीका लगाया और दक्षिणा देकर आशीर्वाद लिया। उसके बाद अयोध्या चार धाम में 10 कन्याओं की शादी महंत कमल नयन दास जी महाराज और बाबा हरजीत सिंह की मौजूदगी में आचार्यगण ने संपन्न कराया। इसके पहले भिखारी बाबा शंख बजाते हुए वर पक्ष को लेकर हनुमान गढ़ी दर्शन कराने गए। वापस आने पर दिल्ली से आए माहिप त्रिनेत्र ने कन्याओं का भाई बनकर फूल माला से बारातियों का स्वागत किया। जयमाल की रस्म होते ही समूचा चार धाम परिसर जय श्री राम के जयकारे से गुंजायमान हो गया। महंत कमल नयन दास जी महाराज और बाबा हरजीत सिंह ने उपहार देकर वर वधुओं को आशीर्वाद दिया। इसके बाद वर वधुओं को लेकर भिखारी बाबा महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज के पास आशीर्वाद के लिए पहुंचे तो महाराज जी ने भी उपहार के साथ आशीर्वाद दिया। इसके बाद वर वधुओ को शिव शक्ति महिला मंडल की संरक्षिका सुशीला पाठक ने रामनमी शाल उपहार स्वरूप वधुओं को दिया। महीप त्रिनेत्र, विमला देवी, कृष्णावती, बिरजू दास, आशा देवी, कालो देवी, परमानंद आदि लोगों ने उपहार दिया। उक्त अवसर पर राम खेलावन, श्याम बिहारी, प्रहलाद, रामवृक्ष, हरिचंद, प्रभु नारायण, राजेंद्र, अभय, रामप्यारे, सुखराम, शेरू आदि लोग मौजूद रहे।इस दौरान अयोध्या चार धाम परिसर में इन वर वधुओं की शादी हुई, जिसमें तनीषा संग संदीप,सोनम संग अमरजीत , फुलवंती संग छोटेलाल, सुनीता संग आदित्य, कलवंती संग रामसागर, ममता संग शर्त कुमार, मुन्नी संग सुरेंद्र, अनिता संग सूरज, सरस्वती संग आशीष कुमार, गोलरी संग कुंवर बाबू शामिल हैं। इसके अलावा सीमा संग विजय राज भी शामिल है, जिनकी शादी रामगढ़ में संपन्न कराई गई है।