एक महीने में 50 अवैध अस्पतालों पर लगा ताला

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

विश्वजीत राय

सफल समाचार कुशीनगर

 

एक महीने में 50 अवैध अस्पतालों पर लगा ताला

 

कुशीनगर।जिले में अवैध अस्पतालों की बाढ़ आ गई है। पंजीकृत अस्पतालों की संख्या जहां 155 हैं तो वहीं जिले में 350 से अधिक निजी अस्पताल संचालित हो रहे हैं। इन अस्पतालों में मरीजों की हो रही मौतों के बाद सीएम पोर्टल पर की गई शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग इन दिनों हरकत में आ गया है।

 

खुद सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया निजी अस्पतालों की हर दिन जांच करने पहुंच रहे हैं। महज एक महीने के भीतर ही स्वास्थ्य विभाग ने तकरीबन 50 अवैध अस्पतालों को सील किया है। कप्तानगंज, हाटा व तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में अवैध अस्पतालों की संख्या सर्वाधिक है। इस बात को खुद स्वास्थ्य विभाग भी मान रहा है। सीएमओ का कहना है कि यह अभियान तब तक नहीं रूकेगा, जब तक पूरी तरह से अवैध अस्पताल बंद नहीं हो जाएंगे।

 

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में 155 निजी अस्पताल ही वैध हैं।जबकि हकीकत यह है कि जिले में 350 से अधिक की संख्या में निजी अस्पताल संचालित हो रहे हैं। अवैध रूप से संचालित हो रहे अस्पतालों में डॉक्टर की जगह अप्रशिक्षित व्यक्ति मरीजों का उपचार कर उनकी जान को आफत में डाल दे रहे हैं। जनवरी महीने में तमकुहीराज कस्बे में संचालित दो निजी अस्पतालों में दो मरीजों की मौत हो गई थी। परिजनों के हंगामे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच कर अस्पतालों को सील कर दिया। कप्तानगंज तहसील क्षेत्र में अभी हाल ही में एक मरीज की मौत हुई थी। जबकि एक मरीज के तीमारदारों ने लापरवाही का आरोप लगा अस्पताल के बाहर हंगामा किया।

 

इस हंगामे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने दोनों अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की। इसको लेकर लोगों की तरफ से भी सीएम के पोर्टल पर शिकायत की गई। शासन द्वारा संज्ञान लेने के बाद अब स्वास्थ्य महकमा हरकत में आ गया है। अलग-अलग एसीएमओ की टीम गठित कर हर दिन अस्पतालों की जांच कराई जा रही है। महज फरवरी महीने के 29 दिन के भीतर ही स्वास्थ्य विभाग ने 50 के करीब अवैध अस्पतालों की जांच कर उसे सील किया है।

 

तमकुहीराज, कप्तानगंज और हाटा में सर्वाधिक अवैध अस्पताल

 

स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार भी इस बात को मान रहे हैं कि हाटा, तमकुहीराज व कप्तानगंज तहसील क्षेत्र में अवैध रूप से अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि अवैध अस्पतालों के संचालकों की विभाग में गहरी पैठ है, तभी तो जांच टीम के पहुंचने से पहले ही वह शटर डाउन को निकल लेते हैं।

 

बोले सीएमओ

 

जिले में अवैध रूप से संचालित हो रहे निजी अस्पतालों को

 

किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। फरवरी महीने में तकरीबन 50 अवैध अस्पतालों को सील किया गया है। अभियान चलाकर अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई तब तक जारी रहेगा, जब तक जिले में पूरी तरह से अवैध अस्पतालों का संचालन बंद नहीं हो जाता।

 

– डॉ. सुरेश पटारिया, सीएमओ

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