इस कोर्ट से 85 केस फाइलें गायब होने से मचा हड़कंप, मामला और बड़ा निकलने का अंदेशा

उत्तर प्रदेश बलिया

रिंकू तिवारी 

सफल समाचार बलिया 

UP के इस कोर्ट से 85 केस फाइलें गायब होने से मचा हड़कंप, मामला और बड़ा निकलने का अंदेशा

 

प्रदेश के बलिया जिले में बैरिया तहसीलदार कोर्ट से अलग-अलग मुकदमों से जुड़ी 85 केस फाइलें गायब हो गई हैं। कोर्ट के पेशकार ने दो लोगों के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं वकीलों ने इस मसले पर हैरानी जताते हुए कहा कि ईमानदारी से जांच की जाए तो यह 85 फाइलों से भी बड़ा मामला होगा।

 

फिलहाल पुलिस ने चोरी की एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच की जा रही है। जबकि कोर्ट से केस फाइलें गायब होने के मामले ने प्रशासनिक अधिकारियों की नींद उड़ा दी है। इस मसले पर एसडीएम ने चिंता जताई और कहा कि कोर्ट सुरक्षा को बेहतर बनाने की जरूरत है।

 

बलिया जिले के बैरिया तहसीलदार कोर्ट से अलग-अलग मुकदमे से जुड़ी 85 पत्रावलियां गायब हो गई हैं। बताया जा रहा है कि हर बंडल से कुछ-कुछ चुनिंदा फाइलें ही निकाली गई हैं। अधिवक्ता राम प्रकाश सिंह ने कहा कि केस फाइलें गायब होने की सूचना पर हम सभी हैरान हैं।

उन्होंने कहा कि हमें यह भी पता चला है अलग-अलग बंडलों से 2-3 फाइलें ही चुन-चुनकर निकाली गई हैं। इनमें कुछ मामले म्यूटेशन से जुड़े हैं, जबकि कई मामले धारा 115 के हैं। वकीलों ने कहा कि जब कोर्ट में ही चोरी होगी तो न्याय व्यवस्था का क्या होगा?

 

वकीलों ने केस फाइलें मांगी तो हुआ खुलासा

बलिया के बैरिया तहसील कोर्ट में जब वकीलों ने अपने मुवक्किलों की फाइलें मांगी तो यह मामला सामने आया। पता चला कि एक दो नहीं बल्कि 85 फरियादियों के मुकदमे की पत्रावलियां गायब हैं।

 

वकीलों ने बताया कि मथुरा बनाम मंजू निवासी बैरिया, नीलू बनाम राम प्रवेश निवासी रामपुर गंगापुर, सावित्री बनाम विनय निवासी दुर्जनपुर, संतोष बनाम नीलम निवासी सोनबरसा, श्रीनाथ बनाम अरविंद मुरली छपरा, त्रियोगी बनाम कपिल चक गिरधर सहित विभिन्न गांव के 85 मकदमों की फाइलें रहस्यमय ढंग से गायब हो गई हैं।

 

बैरिया बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अक्षयबर पांडे, उपाध्यक्ष उमेश सिंह, कलेक्ट बार के महामंत्री चंद्रशेखर यादव, बसंत पांडे, राजकुमार तिवारी, शिवजी सिंह, अजय सिंह, राकेश मिश्रा, हरिशंकर सहित दर्जनों अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया है कि बैरिया तहसील कोर्ट में अराजक तत्व सक्रिय हैं।

वकीलों ने कहा कि जांच की जाए तो 85 ही नहीं बल्कि बैरिया तहसील के सभी कोर्ट की जांच की जाए तो यह संख्या बहुत बड़ी हो सकती है। मामले की जांच व कार्रवाई के लिए अधिवक्ताओं ने आंदोलन पर जाने की तैयारी की है।

पेशकार ओमप्रकाश पटेल ने बताया कि कोर्ट और आलमारी के एक चाबी उनके पास रहती है। इसके अलावा चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी मनोज कुमार और तहसीलदार कोर्ट के टाइपिस्ट आलोक पाठक के पास भी कोर्ट और आलमारी की चाबी होती है।

पेशकार ने बताया कि जब कोर्ट बंद होता है तो टाइपिस्ट आलोक पाठक मेन गेट से अंदर आते हैं। वे कोर्ट के कागज टाइप करने के लिए आलमारी खोलते हैं और पत्रावलियां निकालने, रखने का काम करते हैं। पेशकार ने दोनों कर्मचारियों पर केस दर्ज कराया है।

 

तहसील कोर्ट के पेशकार पर भी जिम्मेदारी

तहसीलदार कोर्ट के पेशकार ओमप्रकाश पटेल पर भी मुकदमे की पत्रावलियों के रखरखाव की जिम्मेदारी है। उन्हीं द्वारा पत्रावलियों की चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। एसएचओ धर्मवीर सिंह ने बताया कि तहसीलदार की तहरीर पर दो कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच की जा रही है।

 

पुलिस के साथ विभागीय जांच भी होगीः एसडीएम

तहसीलदार बैरिया कोर्ट से 85 मुकदमों की फाइलें गायब होने के बाद बैरिया एसडीएम सुनील कुमार ने कहा कि कोर्ट में जल्द सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। वहीं, हर न्यायालय के मुख्य द्वार पर एक गार्ड मौजूद रहेगा, जो कोर्ट में आने-जाने वालों की एंट्री करेगा।

यह भी दर्ज होगा कि कोई व्यक्ति कोर्ट में कितनी देर तक रहा। ऐसा होने से अनधिकृत और दलाल किस्म के लोगों के कोर्ट में जाने पर रोक लगेगी। एसडीएम ने कहा कि फाइल चोरी की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और इसमें पुलिस कार्रवाई के साथ-साथ विभागीय जांच भी की जाएगी।

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