तमकुही राज तहसील में जनता को न्याय मिलना कोसों दूर

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

प्रवीण शाही 

सफल समाचार कुशीनगर 

 

तमकुही राज तहसील में जनता को न्याय मिलना कोसों दूर लेकिन लेखपाल और कानूनगो लोगों का धन उगाही करना चरम सीमा पर है तमकुही राज तहसील से जनता को न्याय नहीं मिल रहा है इसका मुख्य कारण भ्रष्टाचार है तमकुही राज तहसील में निम्नलिखित कमियां है

1-तमकुहीराज तहसील में कायमि दाखिल किया जाता है तो लेखपाल और कानूनगो के मिलीभगत से गलत तरीके से आख्या लगाकर कायमी खारिज करवा दी जाती है क्योंकि लेखपाल और कानूनगो मिलकर पैमाइश किए हैं और धन उगाई हुआ है तो उन लोगों से आख्या मांगी जाएगी तो वह लोग कैसी आख्या देंगे यहां एसडीएम साहब को सोचना चाहिए की जब कांगो ने पैमाइश किया है और उससे विपक्षी संतुष्ट नहीं है तो नायब तहसीलदार या तहसीलदार साहब की उपस्थिति में उसको जांच करवा लेना चाहिए कि क्या पैमाइश हुई है वह सही हुई है कि गलत हुई है लेकिन तहसील में ऐसा हो नहीं रहा है लेखपाल और कानूनगो माल कमाने के लिए गलत पैमाइश कर रहे हैं इसकी जांच भी आप तहसील में नहीं करवा सकते देखिए तमकुहीराज तहसील की क्या हालत है एसडीएम साहब को सोचना चाहिए की लेखपाल और कानूनगो जिसमें मूल रूप से प्रमोद लाल श्रीवास्तव और धर्मेंद्र प्रजापति धन उगाही करने के लिए यह गलत पैमाइश कर रहे हैं और गलत आख्या लगा रहे हैं एसडीएम साहब के पास शिकायत करने पर लेखपाल को भेजते हैं और लेखपाल गलत रिपोर्ट लगाता है तो क्या इससे जनता को न्याय मिल पाएगा एसडीएम साहब को सीधे उच्च अधिकारियों की उपस्थिति में उसको जांच करवाना चाहिए तब ना दूध का दूध पानी का पानी होगा तहसील में ऐसा हो नहीं रहा लेखपाल और कानूनगो कोई भी पैमाइश कर रहे है उसकी जांच उच्च अधिकारियों की उपस्थिति में होनी जरूरी है तभी जनता को न्याय मिल पाएगा

2-तमकुही राज तहसील में कांगो प्रमोद लाल श्रीवास्तव तथा लेखपाल धर्मेंद्र प्रजापति को भू चित्र मापने का ढंग नहीं है इसका सबूत गाटा संख्या 954 का पैमाइश है एसडीएम साहब और तहसीलदार साहब आकर देख सकते हैं तब समझ में आ जाएगा की कानूनगो और लेखपाल क्या कर रहे हैं

3-जिस लेखपाल और कांगोई को भूचित्र मापने का तरीका मालूम नहीं है उन लोगों को पैमाइश में क्यों भेजा जा रहा है उनको ट्रेनिंग में भेजना चाहिए तब पैमाइश करवानी चाहिए

4-प्रमोद लाल श्रीवास्तव धारा 24 के तहत पैमाइश करने आए थे उनको यह मालूम नहीं है कि मार्ग भिन्न-भिन्न होने पर दूरियां भिन्न-भिन्न होती हैं अब आप ही लोग बताइए की सिवान से 24 जरी माफ करनी है तो ऊंचाई और गहराई जहां होगा वहां 24 जरीब माप करनी है तो उसने ध्यान देना पड़ेगा कि नहीं कि मेरा जरीब कैसे खींचा जा रहा है इन सब बातों का ज्ञान प्रमोद लाल श्रीवास्तव के पास नहीं है और बहुत सी कमियां है तमकुहीराज तहसील में जो जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से मैं बता भी रहा हू

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