सफल समाचार गणेश कुमार
म्योरपुर में महिला डिग्री कालेज खोला जाए – युवा मंच
एजेंडा लोक सभा चुनाव अभियान के तहत उठाया मुद्दा
म्योरपुर-सोनभद्र।एजेंडा लोक सभा चुनाव 2024 के तहत संचालित अभियान में युवा मंच ने म्योरपुर में महिला डिग्री कालेज खोलने का मुद्दा उठाया है। म्योरपुर क्षेत्र के डडियरा, टांगा पाथर, रनटोला, खैराही, गोविन्दपुर आश्रम आदि विभिन्न गांवों में जनसंपर्क के दौरान युवा मंच जिलाध्यक्ष अध्यक्ष रूबी सिंह गोंड व संयोजक सविता गोंड ने कहा कि इस क्षेत्र की बहुतायत आबादी आदिवासी, दलित व वनाश्रित है। ऐसे कमजोर तबकों के लिए शिक्षा सुनिश्चित करने का विशेष संवैधानिक प्रावधान है। हजारों छात्र छात्राओं ने राष्ट्रपति से लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर म्योरपुर समेत जनपद में कम से कम दो महिला महाविद्यालय खोले जाने की मांग उठाई। जिसे सरकारों व्दारा को अनसुना कर दिया गया। जो भी निजी महाविद्यालय हैं वह महंगे हैं और स्तरीय शिक्षा का भी अभाव है ऐसे में उच्च शिक्षा से छात्राएं वंचित हैं। आश्रम पद्धति समेत राजकीय स्कूल शिक्षक व बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। युवा मंच की राजकुमारी गोंड व गुंजा गोंड ने कहा कि आदिवासी बहुल इस पिछड़े क्षेत्र की छात्राओं में इंटरमीडिएट से लेकर उच्च शिक्षा तक हासिल करने की प्रबल आकांक्षा है। महिला डिग्री कालेज के अभाव में बड़ी संख्या में छात्राओं को हाईस्कूल इंटर के बाद की पढ़ाई मजबूरन छोड़ना पड़ता है। कंप्यूटर, नर्सिंग कोर्स, फार्मेसी व तकनीकी शिक्षा हासिल करने की भी इच्छुक हैं। लेकिन इसके लिए यहां शैक्षिक संस्थान नहीं हैं। युवा मंच पदाधिकारियों ने कहा कि भाजपा यहां के विकास खासकर आदिवासी हितों की बातें ही करती है लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ भी नहीं किया जाता। बेरोज़गारी की वजह से युवाओं का पलायन तेजी से बढ़ा है और हालत यह है कि गर्मी के इस मौसम में पेयजल का गंभीर संकट है। रिहंद जलाशय के ईर्द-गिर्द गांवों में संकट ज्यादा विकराल है। टैंकरों से आपूर्ति महज खानापूर्ति भर है। लोगों को आधा से एक किमी दूर से पानी लाना पड़ता है। शुध्द पेयजल के लिए जो आरओ और वाटर फिल्टर लगे भी थे उनमें से ज्यादातर खराब है पड़े है जिनकी मरम्मत कराने के लिए भी कोई विभाग जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है।जनसंपर्क के दौरान बबलू कुमार, पूजा यादव, सीमा यादव, इंद्रदेव खरवार, तारा सिंह, रामचंद्र पटेल, राजकुमार खरवार आदि लोग रहे।