प्रवीण शाही
सफल समाचार कुशीनगर
रसूख के दम पर कभी कभार ही कार्यालय आती है ईओ तमकुहीराज, नगर के नागरिक निजी कामों के लिए लगाते रहते है नगर पंचायत के कार्यालय का चक्कर, जिम्मेदार भी नहीं लेते संज्ञान
जी हम बात कर रहे नगर पंचायत तमकुहीराज के कार्यालय की। यहां तैनात ईओ साहिबा को लेकर चर्चा है कि वह नगर में निवास नहीं करती। जबकि नगर में नगर पंचायत के पास सुविधाओं से भरपूर कई भवन मौजूद है। कहा यह जा रहा कि ईओ साहिबा अपने इच्छानुसार ही कार्यालय आती है, यहां बहुत सारे काम मैनेज के तहत होते है। ईओ साहिबा के नियमित कार्यालय नहीं आने से निजी कार्यों को लेकर नगर के नागरिकों को बार बार चक्कर लगाना पड़ता है। कहा तो यह भी जा रहा कि ईओ साहिबा जल्दी फोन नहीं उठाती, अगर उठा भी लिया तो पीड़ित की बात सुन कार्यालय के किसी न किसी बाबू से मिल लेने की बात कह फोन काट देती है। चूंकि ईओ साहिबा महिला है इस लिए नगर के नागरिक उन्हें फोन करने से भी डरते है। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि अगर कोई अधिकारी अपने दफ्तर में कार्यालय के समय में नहीं बैठेगा। तो जनहित व विकास के मामलों का निस्तारण कैसे होगा।
नगर पंचायत के नागरिकों का कहना है कि वे अब तक अपने ईओ को पहचानते तक नहीं है, मतलब साफ है ईओ साहिबा का कार्यशैली से कोई संतुष्ट नहीं है। बरसात का मौसम शुरू हो चुका है, नगर के नालियों, पानी निकास, सफाई आदि की समस्या विकट है, लेकिन ईओ साहिबा के संज्ञान में यह बात भी नहीं है कि नगर की मुख्य समस्या कौन कौन सी है।
नगर पंचायत में पड़ाव अड्डा है, यहां प्रतिदिन हजारों रुपये की अवैध वसूली होती है, लेकिन ईओ साहिबा को इसकी कितनी जानकारी है, और नगर पंचायत के राजस्व का कितना नुकसान हो रहा इसको लेकर भी गम्भीर नहीं लग रही।
खैर ईओ साहिबा के रसूख की चर्चा पूरे नगर में, इनके पूर्व जितने लोग भी यहां ईओ के पद पर तैनात रहे है, वे नगर में भ्रमण कर नगर के समस्या को ठीक से समझा था। लेकिन अब इस नगर पंचायत के मालिक भगवान ही है।