इसी महीने हैंडओवर होगा 50 बेड का अतिरिक्त अस्पताल

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

विश्वजीत राय 

सफल समाचार कुशीनगर

 

इसी महीने हैंडओवर होगा 50 बेड का अतिरिक्त अस्पताल

कुशीनगर शहरवासियों के लिए अच्छी खबर है। एकमात्र सरकारी अस्पताल यानि पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय परिसर में बनकर तैयार हो चुका 50 बेड का अतिरिक्त अस्पताल इसी महीने स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर कर दिया जाएगा।

 

 

अगस्त महीने तक निर्माण कार्य पूरा कर हैंडओवर करने का समय तय किया गया था। काम लगभग पूरा हो चुका है। मौजूदा समय में फर्श का काम अंतिम चरण में चल रहा है। भवन के रंग-रोगन का काम पहले ही पूरा हो चुका है। अस्पताल भवन के हैंडओवर किए जाने के बाद शहरवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने लगेंगी। यहां मरीजों को भर्ती कर उपचार करने की भी व्यवस्था रहेगी। यह अस्पताल 24 घंटे क्रियाशील रहेगा और यहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की भी तैनाती जल्द ही कर दी जाएगी। सीएमओ के अनुसार 50 बेड के इस अस्पताल में अत्याधुनिक संसाधन भी लगाए जाएंगे।

 

साल 1957 में तत्कालीन एमएलसी केदारनाथ खेतान ने अपनी मां तोगाबाई खेतान की स्मृति में सरकारी अस्पताल के लिए जमीन दान की थी। दान की गई जमीन पर अस्पताल का संचालन शुरू किया गया तो पडरौना समेत विभिन्न जगहों के लोगों को उपचार मिलने लगी। साल 1994 में देवरिया से अलग होकर कुशीनगर नए जनपद का सृजन हुआ तो यह अस्पताल जिला अस्पताल के रूप में संचालित होने लगा। साल 2003 तक यहां जिला अस्पताल संचालित हुआ, लेकिन जब रविंद्रनगर धूस में भवन बनकर तैयार हुआ तो जिला अस्पताल को वहां शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद से शहर के इस सरकारी अस्पताल को पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय के रूप में संचालित

किया जाने लगा। सीएचसी कुबेरस्थान से संबद्ध यह अस्पताल सरकारी अभिलेखों में पीपीसी है और 30 बेड का यह अस्पताल है। पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय को उच्चीकृत कर सिटी अस्पताल बनाने की मांग भी की गई थी। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में सदर विधायक मनीष जायसवाल निर्वाचित हुए तो उन्होंने शासन स्तर पर पहल कर सिटी अस्पताल का दर्जा देते हुए यहां विशेषज्ञों की तैनाती की मांग की। इसी दौरान रविंद्रनगर धूस के जिला अस्पताल को उच्चीकृत कर स्वशासी मेडिकल कॉलेज के रुप में तब्दील कर दिया गया। इसके बाद जिला अस्पताल के लिए नई जगह की तलाश की जाने लगी। सदर विधायक ने फिर पहल की और पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय की जमीन को जिला अस्पताल के लिए प्रस्तावित किया। मगर, शहर के अति व्यस्त इलाके में अस्पताल होने की वजह से जिला अस्पताल के प्रस्ताव को मुहर नहीं लग सकी। बाद में शासन की ओर से पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय के परिसर में 50 बेड के अतिरिक्त अस्पताल बनाने की मंजूरी दी गई। 3.30 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले अतिरिक्त अस्पताल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। कार्यदायी संस्था एनपीसीसी कंस्ट्रक्शन कंपनी इसी अगस्त महीने में काम पूरा करने के बाद इसे विभाग को हैंडओवर कर देगी।

 

50 बेड के अतिरिक्त अस्पताल का निर्माण लगभग-लगभग पूरा हो चुका है। इसी महीने विभाग को भवन हैंडओवर करने का समय है। फर्श का काम चल रहा था। रंग-रोगन किया जा चुका है। हैंडओवर किये जाने के बाद अत्याधुनिक मशीनों, संसाधनों की खरीदारी कर उसे लगाया जाएगा। इस अस्पताल में गंभीर बीमारियों के विशेषज्ञ डॉक्टर भी तैनात किए जाएंगे। यह अस्पताल 24 घंटे क्रियाशील रहेगा।

 

-डॉ. सुरेश पटारिया, सीएमओ

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