गांधी पार्क में स्थापित कराई जाए ग्रामवासी जी की प्रतिमा: दीपक केसरवानी

उत्तर प्रदेश सोनभद्र

सफल समाचार गणेश कुमार 

गांधी पार्क में स्थापित कराई जाए ग्रामवासी जी की प्रतिमा: दीपक केसरवानी

-ग्रामवासी जी की 150वीं जयंती पर चोपन ग्रामवासी सेवा आश्रम में उठी मांग

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सोनभद्र। स्वाधीनता के पश्चात देश में पहली बार हुए आम चुनाव में दुद्धी-रॉबर्ट्सगंज क्षेत्र (संयुक्त) विधानसभा के प्रथम विधायक, अंग्रेजों के जोर,जुल्म अत्याचार, कुर्की, नीलामी, मिर्जापुर सहित अन्य जनपदों के जेलों में साढ़े तीन वर्ष कारावास की सजा भोगने वाले, निडर, निर्भीक,प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, देशभक्त, पत्रकार, ग्रामवासी साप्ताहिक समाचार पत्र के संस्थापक, संपादक ब्रजभूषण दास मिश्र “ग्रामवासी”की 150 वी जयंती ग्रामवासी सेवा आश्रम चोपन के प्रांगण में मनायी गयी। इस अवसर पर ग्रामवासी जी की प्रतिमा कलेक्ट्रेट स्थित गांधी पार्क में स्थापित करने की पुरजोर मांग उठाई गई।ग्रामवासी जी की सुपुत्री शुभांश मिश्रा को इतिहासकार/स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिजन दीपक कुमार केसरवानी ने केंद्रीय हिंदी निदेशालय भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित कृति “भारतीय संस्कृति में सूर्य उपासना” भेंट कर दीर्घायु जीवन की कामना किया।केसरवानी ने कहा कि-“ग्रामवासी दादा सोनभद्र के विकास पुरुष, असहयोग आंदोलन 1942 में मिर्जापुर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, कालांतर में मिर्जापुर जनपद के द्वितीय जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में इन्होंने इस क्षेत्र के विकास का कार्य किया। साथ ही साथ मेरे पूर्वज मिर्जापुर जनपद के प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी (अहरौरा नगर) के निवासी बद्री प्रसाद ‘आजाद’,ज्वाला प्रसाद, जगन्नाथ प्रसाद, वृंदा प्रसाद, गौरी शंकर, श्री राम, रॉबर्ट्सगंज से बलराम दास केसरवानी ग्रामवासी दद्दा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर स्वाधीनता आंदोलन में भाग लिया था। मुझे भी 1996 में जब जनपद सोनभद्र का मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज से पिपरी में उद्घाटित हो गया था, उस समय ग्रामवासी जी द्वारा सरकार के खिलाफ छेड़े गए व्यापक आंदोलन में सम्मिलित होने का सुअवसर प्राप्त हुआ था।उन्होंने मांग किया है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सोनभद्र जनपद के कलेक्ट्रेट में स्थापित गांधी पार्क में ग्रामवासी जी की आदम कद की प्रतिमा एवं जनपद सोनभद्र के 112 सेनानियों के नाम की सूची, सोनभद्र में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान घटी घटनाओं का विवरण प्रस्तर स्तंभ पर उत्कीर्ण कराया जाना चाहिए।

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