विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर St. Andrew’s कॉलेज , मनोविज्ञान विभाग में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन

उत्तर प्रदेश उत्तराखंड कुशीनगर गोरखपुर देवरिया लखनऊ सोनभद्र

सुनीता राय 

सफल समाचार गोरखपुर 

विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस: 

St. Andrew’s कॉलेज , मनोविज्ञान विभाग में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन

 

10 सितम्बर, 2024– विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर, St. Andrew’s कॉलेज में एक विशेष पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य आत्महत्या की रोकथाम के संदेश को जन-जन तक पहुँचाना था।

 

प्रतियोगिता में छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी रचनात्मकता के माध्यम से आत्महत्या से बचाव और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जोर दिया। छात्रों ने पोस्टरों के जरिए मानसिक स्वास्थ्य के बारे में महत्वपूर्ण संदेश दिए, जिनमें से कई पोस्टरों में तनाव, अवसाद, और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने पर फोकस किया गया था।

 

कार्यक्रम की कन्वीनर तथा असिस्टेंट प्रोफ़ेसर श्वेता जॉनसन ने कहा, “आत्महत्या एक गंभीर समस्या है, जिसे केवल समाजिक जागरूकता और समर्थन से ही रोका जा सकता है। हमें एक-दूसरे के लिए सहयोगी और सहानुभूतिपूर्ण बनना चाहिए।” कार्यक्रम में उपस्थित फरहत बॉनो ने सभी प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना की तथा बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन 2024 के लिए ‘चेंजिंग द नैरेटिव ऑन सुसाइड’ (Changing the Narrative on Suicide) की थीम रखी है।

 

प्रतियोगिता में प्रथम -prashansa alwasias

 द्वितीय -muskan & tanisha rachael walker और तृतीय स्थान sammanika pandey ने प्राप्त किया। इस अवसर पर छात्र एवं छात्राओं ने भी आत्महत्या की रोकथाम और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं से निपटने के तरीके बताए। speech एक्टिविटी में huzaifa awwal rahe 

 

मनोविज्ञान विभाग के इस प्रयास ने न केवल छात्रों में रचनात्मकता को प्रोत्साहित किया बल्कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आयोजकों ने इस तरह की गतिविधियों को नियमित रूप से आयोजित करने का वादा किया, ताकि युवाओं को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील और जागरूक बनाया जा सके।

 

विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस हर साल 10 सितम्बर को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं को रोकने और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति वैश्विक जागरूकता फैलाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *