सफल समाचार गणेश कुमार
आयुर्वेद के जनक श्री धन्वंतरि की जयंती मनाई गई
-कनोडिया औषधालय में हुआ पूजन का आयोजन।
-अधिष्ठाता विजय कनोडिया रहे मुख्य यजमान।
-श्री बैजनाथ आयुर्वेद भवन एक कंपनी प्रतिनिधियों ने साहित्यकरो, पत्रकारों,चिकित्साको किया सम्मानित।
सोनभद्र।जनपद मुख्यालय सोनभद्र नगर मे श्री बैधनाथ आयुर्वेद भवन एंव कानोडिया औषघालय के संयुक्त तत्वाघान मे श्री घनवन्तरी जयन्ती मनायी गयी । आचार्य कृपा शंकर पाण्डेय द्वारा विधिवत पूजन प्रतिष्ठIन के आधिष्ठाता यजमान विजय कानोडिया द्वारा कराया गया।वरिष्ठ साहित्यकार दीपक कुमार केसवानी ने उपस्थित अतिथियों को संबोधित करते हुए कहा कि-“विश्व की सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद है, जिसके जनक भगवान धन्वंतरि थे, हर युग में इस चिकित्सा पद्धति का महत्व रहा है और तमाम पद्धतियां वर्तमान समय में विकसित हो जाने के बावजूद भी आज भी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का कोई जवाब नहीं है, आयुर्वेदिक दवाएं बिना शरीर को हानि पहुंचाये अपना असर दिखाती हैं और असाध्य रोगों को जड़ से ठीक करती है।कम्पनी प्रतिनिधि रितेश जायसवाल नेआये हुए सभी अतिथियो का स्वागत करते हुए कहा कि-” श्री वैद्यनाथ आयुवेद भवन विश्व की सबसे प्राचीन आयुर्वेद कम्पनी है, कंपनी द्वारा अथर्ववेद, आयुर्वेदिक पद्धति पर आधारित 100 से अधिक गुणवत्तापूर्ण औषधियों का निर्माण किया जाता है।डा के० के० सिंह ने कहा कि-“आयुर्वेद मे त्रिफला अमृत है, जिससे तमाम रोगों से बचा जा सकता है।श्रीबैजनाथ भवन कंपनी के प्रतिनिधि रितेश जायसवाल, इंद्र कुमार दुबे कनोडिया औषधालय के अधिष्ठाता विजय कनोडिया, पंकज कनोडिया ने श्री धन्वंतरि जयंती पूजन के अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ साहित्यकर दीपक कुमार केसरवानी, पत्रकार विनय सिंह, अमित मिश्रा, विमल अग्रवाल, सुरेंद्र त्रिपाठी, मुनि महेश शुक्ला सहित अन्य साहित्यकारों, पत्रकारों,चिकित्साको, हकीमो को उपहार प्रदान कर सम्मानित किया गया। औषधालय के सहयोगी पंकज कनोडिया ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर विनोद कनोडिया,नीरज कनोडिया, इन्देसेन सिंह, प्रशान्त शुक्ला, बालेशवर सिह, डॉ संजय सिह, सुशील कनोडिया, प्रतिभा कनोडिया, अनीता कनोडिया, निक्की कनोडिया,वैघ चक्रधारी शुक्ला, सुयश कानोडिया, संस्कार कानोडिया, अनिल सिंह, संस्कार, रविन्द्र सिंह, बालेश्वर सिंह आदि विशिष्टजन उपस्थित रहे।