प्रवीण शाही
सफल समाचार कुशीनगर
डीएम की अध्यक्षता में कृषि सेक्टर कृषि विभाग संवर्गी विभागों के अंतर्गत संचालित योजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा बैठक हुई संपन्न
आज जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में कृषि सेक्टर कृषि विभाग, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, सहकारिता, दुग्ध एवं भूमि संरक्षण विभाग के अंतर्गत संचालित योजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा की गई।
समीक्षा दौरान जिलाधिकारी द्वारा खरीफ वर्ष 2024 बीजों, खाद, उर्वरकों के संस्थावार लक्ष्य, उपलब्धता एवं वितरण के बारे में पूछताछ की, जिसके क्रम में जिला कृषि अधिकारी द्वारा आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई गई। डीएम द्वारा नवंबर माह में उपलब्ध स्टॉक खाद, बीज के बारे में भी पूछताछ की गई। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत बीमित किसानों की संख्या के बारे में पृच्छा के क्रम में डीडी एग्रीकल्चर के द्वारा बताया गया कि जनपद में 61123 प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत बीमित कृषकों की संख्या है। बायोपेस्टिसाइड्स/ कृषि रक्षा रसायन की उपलब्धता और वितरण के क्रम में जिला कृषि अधिकारी द्वारा बताया गया कि 189120ली0/ किलोग्राम कृषि रसायन के लक्ष्य के सापेक्ष 104579.5 ली0/ किलोग्राम का वितरण किया गया है।
कृषि विभाग द्वार बीज वितरण के साथ साथ कृषि आच्छादित क्षेत्र के बारे में पूछताछ की गई। बीजों के जर्मीनेशन टेस्ट के बारे में कृषि अधिकारी ने बताया कि 36 सैंपल लिए गए है। इस वर्ष बीजों की डिमांड काफी ज्यादा है क्योंकि बीज पर आधार वैलिडेशन के उपरांत अनुदान सीधे सीधे डीबीटी के माध्यम से किसानों को मिल रहा है। अतिरिक्त मांग के दृष्टिगत बीजों की उपलब्धता हेतु पत्र मुख्यालय प्रेषित किया गया है। जिलाधिकारी ने जनपद में खरीफ तथा रबी फसलों की उत्पादकता के बारी भी जानकारी ली तथा ब्लॉक वार उत्पादकता का आंकड़ा निकालते हुए जहां जहां प्रोडक्टिविटी कम है वहां विशेष कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को आधुनिक तकनीक बताने तथा कृषकों को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आयोजित गोष्ठियों में किसानों नवीन खेती के गुण सिखाए। अच्छी गुणवत्ता वाली बीज का प्रयोग करने हेतु प्रोत्साहित करें। उनकी फसलों की उत्पादकता कैसे बढ़ेगी यह उन्हें बताए। मेजर क्रॉपिंग पैटर्न के बारे में बताए।
जिलाधिकारी ने जनपद में एग्रीजंक्शन की संख्या एवं उसके उद्देश्य के बारे में जानकारी चाही, जिसके क्रम में डीडी एजी ने बताया कि कृषि में प्रशिक्षित युवाओं की सेवाओं का उपयोग कृषक हित में करने के उद्देश्य से एग्रीजंक्शन योजना संचालित है। योजना का उद्देश्य किसानों को उनके फसल उत्पादों के लिये कृषि केन्द्र (एग्रीजंक्शन) के बैनर तले समस्त सुविधायें “वन स्टॉप शॉप” के माध्यम से उपलब्ध कराया जाना है। साथ ही बेरोजगार कृषि स्नातकों का रोजगार का अवसर प्रदान करना। अभी तक 38 एग्रीजंशन का लक्ष्य प्राप्त है। तथा आत्मा योजना के अंतर्गत बीज वितरण, भ्रमण कृषकों के प्रशिक्षण कराया जाता है। जिसपर जिलाधिकारी ने चयनित कृषकों को गुणवत्तापरक प्रशिक्षण कराने के निर्देश दिए। पीएम कुसुम योजना में खराब प्रगति पर जिलाधिकारी द्वारा रोष व्यक्त किया गया तथा जिलाधिकारी ने संबंधित फर्म को 213 सोलर पंप की स्थापना के सापेक्ष अवशेष जेनरेट टोकन पर जमा धनराशि के क्रम में सोलर पंप की स्थापना यथाशीघ्र कराने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया डीडी एजी उसपर आवश्यक कार्यवाही करते हुए क्रमिक लक्ष्य को पूर्ण करें।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत उन्होंने निर्देशित किया कि जिन कृषकों का केवाईसी नहीं हुआ है उनका केवाईसी कराने में सहायता करें। कृषि विभाग की योजनाओं से लाभार्थियों कृषकों को लाभान्वित करें। वर्षा जल संचयन हेतु राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत खेत तालाब योजना के भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा की गई। उन्होंने निर्देशित किया कि खेत तालाब योजना के अंतर्गत लक्ष्यित 49 तालाबों को यथाशीघ्र कार्य पूर्ण कराए तथा इसकी जांच भी अवश्य करें। मत्स्य विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए उन तालाबों को अधिक से अधिक जनुपयोगी बनाए , मत्स्य पालन से कृषक लाभान्वित हो सकते है।
उद्यान विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि पुष्प जैसे गेंदा की खेती को बढ़ावा दें, कृषकों को प्रोत्साहित करें। साथ में स्ट्राबेरी, हल्दी, केला एवं फसलों से उपज एवं उससे लाभ के बारे में भी किसानों को अवगत कराए। पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारी के दौर बताया गया कि जनपद में 165224 गोवंशीय, 170194 महिषवंशीय, 297217 बकरी, 1018 भेड़ तथा अन्य पशु है। जिलाधिकारी ने बकरी पालन योजना, कुक्कुट पालन, भेड़ पालन योजना, मुख्यमंत्री निराश्रित/ बेसहारा सहभागिता योजना का प्रचार प्रसार करने तथा जनपद में स्थापित गौशालाओं में ठंड के दृष्टिगत पर्याप्त सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सहकारिता विभाग के समीक्षा के दौरान संचालित समितियों की संख्या के पूछताछ के क्रम में ए आर कॉपरेटिव द्वारा बताया गया कि जनपद में 141 समितियां संचालित है जिसमें से 36 केंद्रों पर धान क्रय किया जा रहा है। ऋण वितरण के सापेक्ष वसूली की जानकारी ली गई तथा यथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी वैभव मिश्रा, कृषि उपनिदेशक आशीष कुमार, जिला कृषि अधिकारी डॉक्टर मेनका, भूमि संरक्षण अधिकारी, उपायुक्त उद्योग अभय कुमार सुमन, ए आर को ऑपरेटिव नीरज गौड़ , उद्यान निरीक्षक श्री उपाध्याय तथा अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।