सफल समाचार
विक्रांत सिंह चौहान
हल्द्वानी नैनीताल
हल्द्वानी। निजी स्कूलों की मनमानी पर शिक्षा विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। हल्द्वानी के 16 और भीमताल के एक स्कूल सहित कुल 17 निजी विद्यालयों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। स्कूलों को सात दिन के भीतर अनियमितताओं पर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर मान्यता रद्द करने की चेतावनी दी गई है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) जीआर जायसवाल ने बताया कि शिक्षा विभाग की जांच समिति ने इन स्कूलों का स्थलीय निरीक्षण किया। जांच में कई अनियमितताएं सामने आईं, जिनमें एनसीईआरटी से इतर महंगी किताबें लागू करना, पुस्तकें, स्टेशनरी, ड्रेस और बैग के लिए दुकानें निर्धारित करना, अनुचित फीस वृद्धि और हर साल प्रवेश शुल्क वसूलना शामिल हैं। इन तथ्यों के आधार पर स्कूलों के प्रधानाचार्यों और प्रबंधकों को नोटिस भेजा गया है। उन्हें एक सप्ताह में साक्ष्य सहित लिखित स्पष्टीकरण सीईओ कार्यालय में जमा करने को कहा गया है।
नोटिस प्राप्त करने वाले स्कूलों में लक्ष इंटरनेशनल स्कूल, दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल, ऑर्डन प्रोग्रेसिव स्कूल, पैंथियन स्कूल, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, इमैनुअल पब्लिक स्कूल, एबीएम स्कूल, हाइलैंडर पब्लिक स्कूल, सीएम मेमोरियल स्कूल, एचडी फाउंडेशन, आधारशिला पब्लिक स्कूल, सी ग्रीन वैली, जीडीजेएम स्कूल, जैम पब्लिक स्कूल, टिक्कू मॉडर्न स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल और हरमन माइनर स्कूल भीमताल शामिल हैं।
सीईओ ने चेतावनी दी कि यदि स्कूल समय पर जवाब नहीं देते या स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होता, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग की इस पहल से अभिभावकों में राहत की उम्मीद जगी है, जो लंबे समय से निजी स्कूलों की मनमानी से परेशान थे।