तैयार हो जाओ क्रिकेटरों, देश बुला रहा है, बॉर्डर पर लग सकती है सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और कपिल देव की ड्यूटी

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🇮🇳 तैयार हो जाओ क्रिकेटरों, देश बुला रहा है, बॉर्डर पर लग सकती है सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और कपिल देव की ड्यूटी

 

🟡पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के बीच भारत सरकार ने टेरिटोरियल आर्मी (प्रादेशिक सेना) को सक्रिय करने का आदेश जारी किया है। भारत की टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा बनने वाले कुछ बड़े और प्रसिद्ध नामों में कई प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल रही हैं। क्रिकेट जगत से महेंद्र सिंह धोनी, सचिन तेंदुलकर, कपिल देव का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।

🔸महेंद्र सिंह धोनी (लेफ्टनेंट कर्नल, मानद) : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विश्व प्रसिद्ध क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को 2011 में प्रादेशिक सेना में मानद लेफ्टनेंट कर्नल की उपाधि से सम्मानित किया गया था। वे 106 TA बटालियन (पैरा), पैराशूट रेजिमेंट का हिस्सा हैं। धोनी ने न केवल क्रिकेट के मैदान पर अपनी नेतृत्व क्षमता दिखाई, बल्कि सेना के साथ प्रशिक्षण और शिविरों में भी सक्रिय भागीदारी की है।

🔸सचिन पायलट (कप्तान) : कांग्रेस के प्रमुख नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट प्रादेशिक सेना में नियमित कमीशंड अधिकारी हैं। 2012 में कमीशन प्राप्त करने वाले पायलट पहले केंद्रीय मंत्री हैं, जिन्होंने प्रादेशिक सेना में नियमित अधिकारी के रूप में सेवा की। उनके पिता, स्वर्गीय राजेश पायलट, और दादा भी सैन्य पृष्ठभूमि से थे, जिससे उनकी यह सेवा एक पारिवारिक विरासत का हिस्सा बन गई है।

🔸सचिन तेंदुलकर (ग्रुप कैप्टन, मानद) : क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को भारतीय वायुसेना ने 2010 में मानद ग्रुप कैप्टन की उपाधि दी थी और वह प्रादेशिक सेना से भी जुड़े रहे हैं। तेंदुलकर ने अपनी प्रसिद्धि का उपयोग युवाओं को सैन्य सेवा के प्रति जागरूक करने में किया है।

🔸अनुराग ठाकुर (कप्तान): भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी प्रादेशिक सेना में कप्तान के रूप में सेवा दे चुके हैं। वह प्रादेशिक सेना में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं और देश सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बार-बार प्रदर्शित किया है।

🔸अभिनव बिंद्रा (मेजर) : भारत के पहले व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा भी प्रादेशिक सेना में मेजर के पद पर हैं। बिंद्रा ने अपनी खेल उपलब्धियों के साथ-साथ सेना में भी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।

🔸कपिल देव (कर्नल, मानद) : 1983 में विश्व कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कपिल देव को प्रादेशिक सेना में मानद कर्नल की उपाधि प्राप्त है। उनकी नेतृत्व क्षमता और देश के प्रति प्रेम ने उन्हें प्रादेशिक सेना में एक महत्त्वपूर्ण स्थान दिलाया है।

🔸लेफ्टिनेंट दीप्ति राणा : प्रादेशिक सेना की महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट दीप्ति राणा ने इतिहास रचा है। उनकी कहानी और समर्पण प्रादेशिक सेना में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण है।

🔸मोहनलाल : फिल्म अभिनेता मोहनलाल भी टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में जुड़े हैं और उन्हें यह सम्मान 2009 में दिया गया।

🔸राज्यवर्धन सिंह राठौर : ओलिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट और पूर्व केंद्रीय मंत्री, जिन्होंने भारतीय सेना में सेवा दी और कारगिल युद्ध में भाग लिया।

🔸दीपक राव : क्लोज-क्वार्टर बैटल विशेषज्ञ और लेखक को 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में मानद मेजर की रैंक दी गई।

🔸नाना पाटेकर : अभिनेता नाना पाटेकर ने 1990 में फिल्म प्रहार के लिए प्रशिक्षण लिया और 1999 के कारगिल युद्ध में मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट में मेजर के रूप में सेवा दी▪️

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