सफल समाचार
विक्रांत सिंह चौहान
नई दिल्ली
पाकिस्तान द्वारा भारत में आतंकी हमले की नाकाम कोशिशों के बीच शनिवार, 10 मई 2025 को भारत सरकार ने एक निर्णायक और बड़ा फैसला लिया है। शीर्ष सरकारी सूत्रों के अनुसार, अब यदि भारत की जमीन पर कोई भी आतंकी हमला होता है, तो उसे “युद्ध की कार्रवाई” माना जाएगा और उसका जवाब भी उसी स्तर पर दिया जाएगा।
यह स्पष्ट कर दिया गया है कि यदि भविष्य में पाकिस्तान की ओर से भारत पर किसी भी तरह का आतंकवादी हमला होता है, तो उसे युद्ध समझकर उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा। सरकार का यह रुख खास तौर पर 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के बाद आया है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े गुट TRF के आतंकियों ने 26 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक को धर्म पूछकर बेरहमी से मार डाला था। इस हमले ने पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ भारी आक्रोश पैदा कर दिया था।
भारतीय सेना का करारा जवाब
शनिवार को भारतीय सेना ने जानकारी दी कि उसने पश्चिमी सीमा पर ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार और लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल कर पाकिस्तान की उकसाने वाली गतिविधियों को प्रभावी ढंग से विफल किया है। सेना के अनुसार, पाकिस्तान अपने सैनिकों को सीमा के नजदीक भेजकर तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारतीय सेना हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
तनाव नहीं बढ़ाएगा भारत: सेना की स्पष्ट नीति
संभावित सैन्य संघर्ष की अटकलों के बीच, सैन्य प्रवक्ता कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि भारत तनाव नहीं बढ़ाना चाहता, बशर्ते पाकिस्तान भी यही रवैया अपनाए। संवाददाता सम्मेलन में उनके साथ विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश सचिव विक्रम मिसरी भी मौजूद थे।
मिसरी ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान की भड़काऊ और तनावपूर्ण कार्रवाइयों का संतुलित और सटीक जवाब दिया है, जबकि पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर और पंजाब के निर्दोष नागरिकों और असैन्य ढांचे को निशाना बना रहा है। कर्नल कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने श्रीनगर, अवंतीपुरा और उधमपुर के एयरबेस के अलावा एक अस्पताल और स्कूल परिसर पर भी हमला किया। पंजाब के कई वायुसेना ठिकानों पर रात 1:40 बजे के बाद हाई-स्पीड मिसाइलों से हमले किए गए, जिससे कुछ हानि हुई है।
भारत की जवाबी कार्रवाई: सटीक और नियंत्रित
भारतीय सेना ने कहा कि सभी दुश्मन गतिविधियों का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया गया और जवाबी कार्रवाई में केवल निर्धारित सैन्य ठिकानों को ही निशाना बनाया गया। कर्नल कुरैशी ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियां जैसे पाकिस्तानी सैन्य अड्डों पर सटीक हवाई हमले किए। ये हमले विशेष रूप से कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, रडार सिस्टम और हथियार भंडारण स्थलों पर केंद्रित थे।
पसरूर और सियालकोट के एयरबेस के रडार स्थलों को भी निशाना बनाया गया। सेना ने यह भी सुनिश्चित किया कि इन हमलों में न्यूनतम कोलैटरल डैमेज हो।