सफल समाचार
विक्रांत सिंह चौहान
जवाहर नगर किच्छा ऊधम सिंह नगर
सेंट लामार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल शांतिपुरी में समर कैंप का आयोजन, बच्चों ने सीखा योग, कला, शिल्प और संवाद कौशल
उधम सिंह नगर, जवाहर नगर: सेंट लामार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल शांतिपुरी, जवाहर नगर में छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु एक समर कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप में विद्यार्थियों के लिए योग, खेल, कला, शिल्प, पर्यावरण संरक्षण, भाषा, रंगोली और कुकिंग जैसी विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया।
विशेष आकर्षण के रूप में क्ले आर्ट की गतिविधि पेशेवर इंजीनियर श्री विनय अस्थाना के मार्गदर्शन में कराई गई, जिसमें बच्चों ने मिट्टी से अलग-अलग आकृतियाँ बनाकर अपनी रचनात्मकता का परिचय दिया।
समर कैंप के दौरान विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों को विभिन्न गतिविधियों में सहभागिता करवाई गई। योगाभ्यास के माध्यम से बच्चों को शारीरिक और मानसिक लाभों की जानकारी दी गई, वहीं खेलों से टीम भावना और नेतृत्व क्षमता का विकास किया गया। पर्यावरण संरक्षण से संबंधित गतिविधियों में बच्चों को वृक्षारोपण, प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली और जल संरक्षण जैसे मुद्दों पर जागरूक किया गया।
कला एवं शिल्प, रंगोली और कुकिंग जैसी रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की रचनात्मकता और आत्मविश्वास को बढ़ावा मिला। भाषाई गतिविधियों के अंतर्गत संवाद कौशल और समूह में कार्य करने की क्षमता पर विशेष बल दिया गया, जिससे बच्चों में सामाजिक और भाषायी दक्षता विकसित हो सके।
विद्यालय में ‘जॉयफुल लर्निंग’ की परिकल्पना के तहत प्रतिदिन नई गतिविधियाँ कराई जाती हैं, जिससे बच्चों में एक्स्ट्रा करिकुलर प्रतिभाओं का विकास सुनिश्चित हो सके। इन गतिविधियों से न केवल बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि वे अपनी कल्पनाशक्ति और रचनात्मक सोच को भी नया आयाम देते हैं।
विद्यालय के प्रबंधक श्री प्रमोद वर्मा ने कहा, “हर विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास ही हमारी प्राथमिकता है। समर कैंप इसी दिशा में हमारा एक प्रयास है, जहां बच्चे सीखते हुए आनंदित होते हैं और नई प्रतिभाओं को पहचानते हैं।”
इस अवसर पर विद्यालय के अकादमिक निदेशक श्री उमेश बोरा, प्रिंसिपल श्री बृजमोहन कुनियाल सहित समस्त शिक्षकगण – योगिता कोरंगा, दीक्षा चंद, गीता अधिकारी, ममता कपूर, भारती, मीना यादव, रेनू कैरा, मुस्कान, वंदना, सोनाली, सिया, सरिता पासवान, अंकित पाठक, जानकी कुनियाल आदि उपस्थित रहे और अपने-अपने क्षेत्रों में छात्रों का मार्गदर्शन किया।
समर कैंप का यह आयोजन बच्चों के लिए न केवल सीखने का बल्कि स्वयं को व्यक्त करने और अपनी रुचियों को पहचानने का भी एक सशक्त माध्यम बना। विद्यालय प्रबंधन ने भविष्य में भी इस प्रकार के रचनात्मक कार्यक्रमों को जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई।