सफल समाचार अजीत सिंह
ओबरा/ सोनभद्र। नगर पंचायत ओबरा का एक बड़ा आश्चर्यजनक मामला सामने आया है जिसमें सुभाष पेट्रोल पंप के नजदीक डूडा द्वारा बनाए जा रहे रैन बसेरा की बाउंड्री वाल नगर पंचायत ओबरा द्वारा कराई जा रही है जिसमें अब तक कराए गए सारे कार्य में कहीं भी बालू का इस्तेमाल नहीं किया गया ऐसी सूचना मिलने पर कई समाचार पत्रों के पत्रकार गण जब वहां पहुंचे तो उन्होंने मौजूद मजदूरों एवं स्थानीय लोगों से पूछताछ के दौरान यह जानकारी प्राप्त की कि अब तक नगर पंचायत ओबरा द्वारा कराए जा रहे बाउंड्री वाल में बालू का इस्तेमाल ही नहीं किया गया। जब इससे संबंधित अधिशासी अधिकारी श्री अमित कुमार सिंह से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वह लखनऊ है और मामला उनके संज्ञान में नहीं है तथा नगर पंचायत के किसी स्टाफ को भेजकर मामले की जांच कराता हूं और तब से उनका फोन हुआ नहीं उठा रहे हैं जबकि वहीं खड़े स्थानीय लोगों ने बताया कि महज 2 दिन पूर्व अधिशासी अधिकारी श्री अमित कुमार सिंह स्वयं कार्य का जायजा ले कर जा चुके हैं इस पर जब नगर पंचायत के जेई श्री चतुर्वेदी से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि वह डूडा से हो रहा है नगर पंचायत ओबरा द्वारा महज अपनी जमीन को कब्जा करा कर रैन बसेरा के लिए सुपुर्द किया गया है जिसके लिए बाउंड्री वाल का कार्य धर्म खाते से किया गया है आश्चर्यजनक बात यह है कि वह धर्मात्मा जो इस कार्य को घटिया तरीके से करा रहा है वह नगर पंचायत का प्रतिष्ठित बड़ा ठेकेदार है बावजूद इसके बाउंड्री के कार्य में बालू की जगह बस्सी का प्रयोग किया जा रहा है तथा उसी ठेकेदार द्वारा नगर पंचायत ओबरा में कई जगह सड़क मरम्मत से लेकर सड़क पेंटिंग तक काम किया गया है तथा नगर पंचायत के बड़े कार्यों में उसकी गिनती होती है ऐसे बड़े ठेकेदारों को धर्मात्मा के रूप में प्रदर्शित करने वाले नगर पंचायत ओबरा विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से कार्यों का मूल्यांकन वर्तमान में धर्म खाता एवं बाद में गोपनीय खाता में तब्दील हो जाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार इसी तरह के साथ गांठ के कारण वर्तमान जी द्विवेदी 10 वर्षों से अधिक यहां टिके हुए हैं वह अशासकीय अधिकारी 3 वर्ष से ऊपर रहते हुए भी ओबरा छोड़कर नहीं जाना चाहते जबकि उनका स्थानांतरण किया जा चुका है।