सफल समाचार
शेर मोहम्मद
लार सीएचसी के कैंपस में लगा बिजली का चेंजर एक सप्ताह पूर्व जल गया। जिससे अस्पताल परिसर को आधी फेस बिजली मिल रही है। ऐसे में परिसर में लगा एक्सरे मशीन व पैथलॉजी में जांच करने वाली मशीनें बंद पड़ी है। मजबूर होकर अस्पताल आए मरीजों को प्राइवेट एक्सरे व पैथलॉजी सेंटरों पर जाना पड़ रहा है। जहां अधिक धन खर्च करना पड़ रहा है। लोगों ने जले हुए चेंजर को बदलवाने की मांग की है।
लार सीएचसी में लगे बिजली के चेंजर बोर्ड से पूरे अस्पताल परिसर में सप्लाई जाती है। अगर वोल्टेज अधिक होता है तो इससे कंट्रोल भी किया जाता है। एक सप्ताह पूर्व अचानक बिजली आने पर चेंजर जल गया। इसे ठीक करने के लिए अस्पताल प्रशासन ने टेक्नीशियन को बुलाया, लेकिन ठीक नहीं हो सका। उधर आपूर्ति नहीं मिलने से एक्सरे मशीन बंद है। यही हाल लैब रूम का है। इसमें लगी खून, पेशाब सहित कई अन्य जाचें आपूर्ति के अभाव में संचालित नहीं हो पा रही है। इस लेकर मरीजों के साथ आए तीमारदारों से अस्पताल कर्मियों की रोज बहस हो रही है।
शनिवार को ओपीडी में डॉक्टर से दिखाने के बाद करीब पांच मरीज एक्सरे कराने पहुंचे। यहां पता चला कि आपूर्ति के अभाव में मशीन बंद पड़ी है। मजबूर होकर उन्हें महंगे दामों पर बाहर से एक्सरे कराना पड़ा। यही हाल लैब पहुंच रहे मरीजों का है। उन्हें भी प्राइवेट पैथलॉजी पर अधिक धन खर्च कर जांच करानी पड़ रही है। इससे उन पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है।
उधर, आधा फेस आपूर्ति मिलने से ओपीडी कक्ष व हाल में लगे पंखे धीमे चल रहे हैं। जिससे डाक्टर व मरीजों को उमस भरी गर्मी में परेशान होना पड़ रहा है। चिकित्सा अधिक्षक डॉ. बीवी सिंह ने बताया कि जले हुए चेंजर को जल्द ही बदलवा दिया जाएगा। इसके लिए प्रयासरत हूं। अस्पताल आए मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो, इसका ख्याल रखा जाता है।