गर्मी के कारण परिषदीय विद्यालयों में आठ बच्चे शुक्रवार को अचेत हो गए। अध्यापकों ने उन्हें पंखा झलकर और चेहरे पर पानी का छींटा मारकर होश में लाया

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

सफल समाचार 
विश्वजीत राय 

प्राथमिक विद्यालय झझवा में चार, पिपरा मोचरा धर्मपुर में दो और किन्नरपट्टी में दो बच्चे हुए बीमार

पडरौना। गर्मी के कारण परिषदीय विद्यालयों में आठ बच्चे शुक्रवार को अचेत हो गए। अध्यापकों ने उन्हें पंखा झलकर आैर चेहरे पर पानी का छींटा मारकर होश में लाया। सामान्य होने पर इन बच्चों को घर भेज दिया।

कप्तानगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय झझवा में शुक्रवार की सुबह आठ बजे प्रार्थना के दौरान बाल वाटिका की छात्रा आर्ची, कक्षा दो की छात्रा अनन्या, कक्षा तीन की छात्रा आस्था और कक्षा पांच के छात्र अनमोल अचेत होकर गिर गए। शिक्षक इन सभी बच्चों को उठाकर कमरे में ले गए, जहां कुछ देर बाद उनकी हालत सामान्य होने पर अभिभावकों को बुलाकर घर भेज दिया।

विद्यालय के प्रभारी शिक्षक नकुल सिंह ने बताया कि अब सभी छात्र स्वस्थ हैं।

उधर, पडरौना ब्लॉक के पिपरा मोचरा धर्मपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में रोज की तरह शुक्रवार को भी कक्षा चार का छात्र अमित कुमार पढ़ने गया था। सातवीं घंटी में वह अचानक अचेत हो गया। इसी तरह उच्च प्राथमिक विद्यालय की कक्षा पांचवीं की छात्रा भी छठवीं घंटी में अचेत हो गई। हालांकि, इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापक अचेत छात्र-छात्राओं को तुरंत कमरे से निकाल कर खुली हवा में लगे गए। पंखा झला और पानी के छींटे मारे। कुछ समय बाद बच्चे सामान्य हुए तो उन्हें दवा देकर घर भेज दिया गया।

इसी क्रम में विशुनपुरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय किन्नर पट्टी के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा तीन में पढ़ने वाला सात वर्षीय खुशहाल पढ़ाई के दौरान ही अचेत हो गया। हेडमास्टर राजेश तिवारी ने बच्चों का एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने के बाद उनके चाचा के साथ घर भेज दिया। इसके कुछ देर बाद कक्षा तीन का ही आठ वर्षीय छात्र किशना भी पढ़ाई के दौरान ही अचेत हो गया। शिक्षकों ने बच्चे को पंखा कर पानी के छींटे चेहरे पर फेंके, जिसके बाद वह होश में आया। घरवाले पहुंचे और उसे घर ले गए। दोनों स्वस्थ हैं।

इस संबंध में हेडमास्टर राजेश तिवारी ने बताया की दोनों बच्चे कुछ देर के अंतराल में भीषण गर्मी के कारण अचेत हुए हैं। इलाज के बाद दोनों स्वस्थ हैं। लोवोल्टेज के कारण पंखा भी केवल डोल रहा है। इसलिए गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है।

बीएसए डॉ. राम जियावन मौर्या ने बताया कि उमस भरी गर्मी की वजह से इस तरह की समस्या हुई है। बच्चों की दवा कराई गई है। अब वे स्वस्थ हैं, उन्हें घर भेज दिया गया है।

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