विश्वजीत राय
डॉक्टर की डिग्री के आधार पर मुकदमा दर्ज होने पर जांच करने पहुंची पुलिस तो उन्हें चला पता
देहरादून के डॉक्टर ने हाटा क्षेत्र के एक अस्पताल में उनकी फर्जी डिग्री लगाने का लगाया है आरोप
संवाद न्यूज एजेंसी
पडरौना/हाटा (कुशीनगर)। जिले में सिर्फ उधार और किराए पर ही नहीं, चोरी की डिग्री पर भी अस्पतालों का पंजीकरण किया गया है। हाटा क्षेत्र के सुकरौली में स्थित एक अस्पताल पर मुकदमा दर्ज होने के बाद यह बात सामने आई है। अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही करने का मरीज ने मुकदमा दर्ज कराया तो डिग्री के आधार पर जांच करते हुए पुलिस देहरादून के डॉक्टर के पास पहुंची। डॉक्टर ने जब पूरा मामला जाना तो वह दंग रह गए। क्योंकि डॉक्टर कभी कुशीनगर आए ही नहीं हैं। बताया जा रहा है कि उनकी डिग्री बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सर्जरी की पढ़ाई के दौरान जमा थी। आशंका है कि वहीं से डिग्री की फोटो काॅपी निकाली गई होगी।
बताया जा रहा है कि हाटा कोतवाली क्षेत्र के तितिला में स्थित अनुष्का हाॅस्पिटल का पंजीकरण मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में डॉ. विकास सिंह की डिग्री के आधार पर वर्ष 2018 में किया गया था। इस अस्पताल में अपने आप को डिग्रीधारी डॉक्टर बताने वाले कई झोलाछाप न सिर्फ इलाज करते थे, बल्कि ऑपरेशन भी करते थे। इसी बीच एक मरीज के पेट का ऑपरेशन इस अस्पताल में किया गया और काॅटन उसके पेट में ही छोड़ दिया। कुछ दिनों के बाद जब मरीज की हालत बिगड़ने लगी तो परिवार के लोगों ने उसे गोरखपुर में इलाज के लिए भर्ती कराया। वहां अस्पताल की इस लापरवाही का पता चला।
उसके बाद मरीज के परिवारवालों ने हाटा कोतवाली में अस्पताल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। तब स्वास्थ्य विभाग ने 28 जून 2022 को इस अस्पताल को सील कर दिया। दर्ज मुुकदमे में जब पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि नोएडा निवासी डॉ. विकास सिंह की डिग्री के आधार पर उस अस्पताल का पंजीकरण किया गया था। पुलिस ने जब डॉक्टर विकास सिंह से संपर्क साधा तो पता चला कि वह कभी कुशीनगर न तो गए और न ही उनकी डिग्री पर अस्पताल संचालित होने की जानकारी ही है।
उन्होंने आशंका जताई कि जब वह गोरखपुर में सर्जरी की पढ़ाई कर रहे थे तो वहां उनकी डिग्री जमा की गई थी। हो सकता है कि वहीं से डिग्री चुराकर फर्जी ढंग से उस पर अस्पताल का पंजीकरण करा लिया गया हो।
जांच में मिला कि चोरी की गई थी डॉक्टर की डिग्री, चुराने वाला भी डॉक्टर
इस मुकदमे की तफ्तीश कर रहे हाटा के सब इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ने बताया कि जांच अभी चल रही है। देहरादून के डॉक्टर विकास सिंह को बुलाया गया था। उन्होंने अपनी बात रखी है। जो प्रथमदृष्टया सही प्रतीत हो रहा है। विभाग के लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। जांच में पाया गया है कि डिग्री चुराने वाला भी एक डॉक्टर है और इसी तरह के मामले में जेल में है। पूरी जांच होने के बाद ही मामला साफ होगा।
सीएमओ बोले
डॉक्टरों और अस्पताल संचालकों की आपसी मिलीभगत होती है। वह डॉक्टर सर्टिफिकेट दिए होंगे, तभी रजिस्ट्रेशन हुआ होगा। उस अनुष्का अस्पताल की काफी शिकायतें आ रही थीं, तभी हमने कार्रवाई की। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
-डॉ. सुरेश पटारिया, सीएमओ
डॉक्टर का फर्जी सर्टिफिकेट लगाकर अस्पताल चलाए जाने के बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। अस्पताल की शिकायत करने वाले डॉक्टर की हमसे बात या मुलाकात भी नहीं है। यदि इस मामले की जांच चल रही है तो कल इस बारे में पता करते हैं।
-धवल जायसवाल, एसपी