सफल समाचार
शेर मोहम्मद
देवरिया। शहर के रागिनी मोड़ पर बृहस्पतिवार रात हाईटेंशन तार टूटकर गिरने करीब छह घंटे तक बिजली गुल रही। संयोग रहा कि दोनों तरफ से चालकों ने वाहन रोक दिया, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। बिजली न रहने से 40 हजार आबादी उसमभरी गर्मी व मच्छरों से परेशान हुई।
रागिनी मोड़ पर रात करीब नौ बजे 11 हजार वोल्ट का तार अचानक टूटकर गिर गया। इससे देवरिया-कसया मार्ग पर आवागमन ठप हो गया। संयोग रहा कि नीचे कोई वाहन नहीं जा रहा था, नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता। दोनों तरफ ट्रक सहित अन्य छोटे-बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गई। लोग दूसरे रास्ते से घर पहुंचे, जबकि वाहन ओवरब्रिज और कसया ढाला के रास्ते से गुजरे। तार टूटने से रामगुलाम टोला, गायत्रीपुरम, भीखमपुर रोड, सिंधी मिल, संकटमोचन नगर, देवरिया बाईपास रोड स्थित कृष्णा नगर, सोमनाथ, देवरही टोला की बिजली गुल रही। करीब रात दो बजे तार जोड़ने के बाद आपूर्ति बहाल की गई। इस कारण करीब चालीस हजार आबादी को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
जर्जर तार दे रहे दगा
शहर में 25 किलोमीटर तार बदलने की योजना रिवैंप के तहत है। पर हकीकत यह है कि शहर के अधिकांश मुहल्लों में जर्जर तार की वजह से आए दिन लोकल फाल्ट हो रहा है। इससे लोगों के घरों की बिजली गुल हो रही है। निगम के सूत्रों के अनुसार शहर में करीब तीन दशक पहले के तार हैं। काफी पुराना होने की वजह से तार स्पार्किंग कर टूट जा रहे हैं। कब तार टूट जाए और ट्रांसफार्मर फुंक जाए, पता नहीं है।
मुहल्ले में जर्जर तार आए दिन टूट जा रहे हैं, इसकी वजह से बिजली गुल हो जाती है। रात में भी रागिनी मोड़ के पास तार टूटा था। आधी रात के बाद बिजली आई। कई बार तो ट्रांसफाॅर्मर जल जाने के कारण बिजली के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता है।
ओमप्रकाश श्रीवास्तव, अधिवक्ता
मुहल्ले में बिजली के तार का मकड़जाल है। रात में रागिनी मोड़ के पास तार टूट गया। संयोग अच्छा था नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता। मार्ग से हमेशा लोगों और वाहनों का आवागमन होता है।
संजीव कुमार गोंड
कोट:
रागिनी मोड़ के पास तार टूटा था। कोई नुकसान नहीं हुआ है। आपूर्ति रात में ही बहाल कर दी गई है। जर्जर तार बदले जा रहे हैं। समस्या से जल्द ही लोगों को निजात मिल जाएगी।
जीसी यादव, अधीक्षण अभियंता