प्राथमिक में 5.45 रुपये और जूनियर में 8.17 रुपये प्रति विद्यार्थी की दर से मिलता है सब्जी खरीदने के लिए पैसा महंगाई की वजह से एमडीएम में बच्चों को नहीं मिल रही है हरी सब्जी

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

सफल समाचार 
विश्वजीत राय 

पडरौना। महंगाई की आंच अब एमडीएम के चूल्हे तक पहुंच गई है। एमडीएम के तहत परिषदीय विद्यालयों में भोजन बनवाने में शिक्षकों को पसीना छूट रहा है। 5.45 रुपये और जूनियर में 8.17 रुपये प्रति छात्र के हिसाब से मौसमी सब्जी खरीदने के लिए परिषदीय विद्यालयों में धन मिलता है। लेकिन महंगाई की वजह से सरकार की तरफ से मिली यह धनराशि बहुत कम साबित हो रही है। शिक्षक मजबूरन बच्चों को आलू और सोयाबीन की सब्जी दे रहे हैं।
कुशीनगर जिले में कुल 2464 परिषदीय विद्यालय संचालित होते हैं। इसके अलावा 54 वित्तपोषित जूनियर, 55 वित्तपोषित माध्यमिक, 16 समाज कल्याण, तीन मदरसा और एक संस्कृत विद्यालय में नामांकित साढ़े तीन लाख छात्र-छात्राओं के लिए एमडीएम योजना के तहत भोजन बनता है। तेजी से बढ़ रही महंगाई की वजह से एमडीएम के भोजन में मौसमी सब्जी नहीं दी जा रही है। विद्यार्थियों को सब्जी के नाम पर केवल आलू और सोयाबीन दी जा रही है। यही नहीं दाल की महंगाई की वजह से लोगों के घर की तरफ एमडीएम की दाल भी पतली हो गई है।

सोमवार को जिले के अलग-अलग तीन ब्लाॅकों में संचालित परिषदीय विद्यालयों में बन रहे एमडीएम की लाइव रिपोर्ट की गई। तमकुहीराज क्षेत्र के स्कूलों में सोमवार को छात्र-छात्राओं की थाली से मौसमी सब्जी गायब रही। महंगाई की चोट से मौसमी सब्जी की जगह आलू और सोयाबीन की सब्जी से काम चलाया जा रहा है।
जूनियर हाईस्कूल लतवा मुरलीधर के प्रधानाध्यापक वसी अहमद ने बताया 107 बच्चे नामांकित हैं। इनमें से 80 विद्यार्थी उपस्थित हैं। मेन्यू के अनुसार सोमवार को एमडीएम में रोटी और मौसमी सब्जी देना है। लेकिन राशन नहीं मिलने से चावल के साथ आलू और सोयाबीन की सब्जी बनी है। उन्होंने बताया कि एमडीएम में बनी सब्जी में छह किलोग्राम आलू और एक किलोग्राम सोयाबीन का प्रयोग किया गया है।

प्राथमिक विद्यालय कोटवा अहिरौली की प्रधानाध्यापक रीना श्रीवास्तव ने बताया कि स्कूल में कुल 85 विद्यार्थी नामांकित हैं। इसमें से 60 बच्चे उपस्थित हैं। एमडीएम में रोटी के साथ चार किलोग्राम आलू और 400 ग्राम सोयाबीन की सब्जी बनी है। प्राथमिक विद्यालय रामपुर राजा के प्रधानाध्यापक प्रद्युम्न राय ने बताया 62 बच्चे नामांकित है, जिनमें से 27 उपस्थित हैं। एमडीएम की व्यवस्था प्रधान की ओर से किया जाता है। एमडीएम में रोटी के साथ दाल 400 ग्राम और फल दिया गया है।
प्राथमिक विद्यालय डिबनी खास के शिक्षामित्र मैनुद्दीन अंसारी ने बताया प्रधानाध्यापक पंकज कुमार छुट्टी पर हैं। स्कूल में 80 बच्चे नामांकित हैं। इसमें से 57 उपस्थित है। एमडीएम में रोटी और सब्जी बनी है। सब्जी में तीन किलोग्राम आलू और एक किलोग्राम सोयाबीन प्रयुक्त हुआ है। सभी बच्चों को मौसमी फल भी दिया गया है।
दुदही ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय पिपरही में 155 छात्र-छात्राओं का नामांकन है। इसमें सोमवार को 95 छात्र-छात्राएं स्कूल आए थे। स्कूल की रसोइया रोटी और आलू व सोयाबीन की सब्जी बना रही थीं। प्रधानाध्यक राजेश त्रिपाठी ने बताया कि बच्चों को फल के साथ रोटी सब्जी दी जाएगी।
उच्च प्राथमिक विद्यालय दशहवा में नामांकित 388 छात्रों के सापेक्ष 205 छात्रों की उपस्थित मिले। विद्यालय में बन रहे एमडीएम में हरी सब्जियों की जगह रोटी और आलू व सोयाबीन की सब्जी बन रही थी। प्रधानाध्यापक मनोहर पटेल ने बताया कि हरी सब्जियां महंगी होने के चलते दिक्कत आ रही है, लेकिन मेन्यू के हिसाब से प्रतिदिन एमडीएम बनवाया जाता है।
सुकरौली ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय चकनील कंठ में 107 छात्रों का नामांकन है। सोमवार को 35 छात्र की उपस्थिति है। यहां स्कूल में राशन नहीं होने से सोमवार को छात्रों को रोटी की जगह चावल सब्जी बनी थी।शिक्षकों ने कोटेदार द्वारा राशन नहीं देने से मेन्यू में रोटी नहीं बनने की बात बताई।

कोट
एमडीएम बनवाने के लिए सरकार की तरफ से प्रति छात्र निर्धारित दर पर धन की व्यवस्था की जाती है। खाद्यान्न अलग से उपलब्ध कराया जाता है। सरकार की तरफ से प्राप्त धन के अनुरूप ही व्यवस्थाओं का संचालन करना होता है। यदि एमडीएम संचालन में कोई कमी होगी तो उसकी जांच की जाएगी।

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