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सुनीता राय
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि देश व समाज के लिए जातीय भेदभाव और छुआछूत महापाप है। ये वे कारण हैं, जिनसे स्वदेश व स्वधर्म पर संकट आए। देश गुलाम हुआ और धर्मस्थल नष्ट हो गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश व समाज के लिए जातीय भेदभाव और छुआछूत महापाप है। ये वे कारण हैं, जिनसे स्वदेश व स्वधर्म पर संकट आए। देश गुलाम हुआ और धर्मस्थल नष्ट हो गए। स्वदेश व स्वधर्म की रक्षा के लिए राष्ट्रनायक महाराणा प्रताप के त्याग व बलिदान से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। देश व समाज की एकजुटता के लिए जातीय भेदभाव, छूआछूत को तिलांजलि देना जरूरी है।
मुख्यमंत्री योगी, शनिवार की शाम तारामंडल रोड स्थित क्षत्रिय भवन के प्रताप सभागार में महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। प्रताप सभागार फॉउंडेशन ट्रस्ट व अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि जातीय संगठनों को जाति विशेष का संगठन बनने की बजाय सामाजिक संगठन बनकर समाज व देश को एकजुट करने के लिए समाज की कुरीतियों, विकृतियों को दूर करने का बीड़ा उठाना होगा। इस कार्य के लिए महाराणा प्रताप आदर्श रूप में हैं, जिन्होंने भील, मीणा, थारू जनजातियों को साथ जोड़कर स्वदेश व स्वधर्म के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश व धर्म के लिए महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी, गुरु गोविंद सिंह व ऐसे ही अनगिनत नायकों के बलिदान की प्रेरणा से नई पीढ़ी को दीक्षित करने की जरूरत है। राष्ट्रनायकों की प्रेरणा से समाज को एकजुट किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप का त्याग व बलिदान राज्य, जाति या परिवार के लिए नहीं था, बल्कि देश व धर्म के लिए था। स्वदेश व स्वधर्म की लड़ाई में उन्होंने तमाम दुर्ग व किले वापस जीतकर सनातन धर्म व भारत का स्वाभिमान बढ़ाया।