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सुनीता राय
जंगल कौड़िया जगदीशपुर रिंग रोड के लिए 26 गांवों के किसानों की भूमि अधिग्रहित की गई है। कम मुआवजा मिलने की बात कहकर किसानों ने सहमति पत्र जमा कराने से इंकार कर दिया था। जिला प्रशासन की सलाह पर किसान आर्बिट्रेशन दाखिल करा रहे हैं। उचित मुआवजा की मांग को लेकर किसानों ने विधायक महेंद्र पाल सिंह की अगुवाई में सीएम योगी से मुलाकात की थी।
जंगल कौड़िया जगदीशपुर रिंग रोड निर्माण के लिए अधिग्रहित जमीनों के मुआवजे का मामला जल्द सुलझने के आसार है। सीएम से मिलने के बाद गदगद किसान तेजी से आर्बिट्रेशन दाखिल करा रहे है। मंगलवार को सौ से अधिक किसानों ने आर्बिट्रेशन दाखिल कराया।
जंगल कौड़िया जगदीशपुर रिंग रोड के लिए 26 गांवों के किसानों की भूमि अधिग्रहित की गई है। कम मुआवजा मिलने की बात कहकर किसानों ने सहमति पत्र जमा कराने से इंकार कर दिया था। जिला प्रशासन की सलाह पर किसान आर्बिट्रेशन दाखिल करा रहे हैं। उचित मुआवजा की मांग को लेकर किसानों ने विधायक महेंद्र पाल सिंह की अगुवाई में सीएम योगी से मुलाकात की थी।
सीएम ने जिला प्रशासन को इस मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होंने डीएम से कहा कि जल्द से जल्द इस प्रकरण को सुलझाया जाए। इसके बाद से ही किसानों में अधिकाधिक मुआवजा को लेकर उम्मीद जग गई है। कोनी गांव के किसान नरसिंह सिंह, अमरनाथ गुप्ता, जयहिंद मौर्य, रामनाथ सिंह, रामनाथ गौड़, सरैया के सुरेंद्र शर्मा, इटहिया के रमाकांत, त्रयंबक उपाध्याय सहित अन्य लोगों ने कहा कि इस मामले को जल्द से जल्द निस्तारित किया जाना चाहिए।
एनएचएआई परियोजना प्रबंधक भवेश अग्रवाल ने कहा कि एनएचएआई की ओर से सभी किसानों को राहत देने की पहल की गई है। मुआवजा के लिए जो भी रकम तय होगी। उसका भुगतान किया जाएगा।