जीएसटी का छापा :- दिल्ली से बिना लिखा-पढ़ी और जीएसटी चुकता किए लाए गए अवैध सामानों को वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) ने बृहस्पतिवार को नौसड़ में पकड़ लिया

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

सफल समाचार 
सुनीता राय 

जीएसटी एडिश्नल कमिश्नर ग्रेड टू देवमणि शर्मा ने कहा कि दिल्ली से गोरखपुर लाए जा रहे तीन बसों से बड़ी मात्रा में अवैध सामान जब्त किए गए हैं। भौतिक सत्यापन के बाद मूल्यांकन किया जाएगा। जांच के दौरान एक अधिकारी की सत्यनिष्ठा संदिग्ध प्रतीत होने पर उसे जांच टीम से अलग कर दिया गया है।

दिल्ली से बिना लिखा-पढ़ी और जीएसटी चुकता किए लाए गए अवैध सामानों को वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) ने बृहस्पतिवार को नौसड़ में पकड़ लिया। सामान आरएस यादव ट्रेवेल्स एजेंसी की सवारी बस के अंदर रखा था। इसके अलावा बस की छत पर 37 पेटी सामान लदा मिला।

इसे तिरपाल से ढक दिया गया था, ताकि किसी की नजर न पड़े। जबकि नौसड़ पर ही केएसटी ट्रेवेल एजेंसी की बस को भी जीएसटी की टीम ने पकड़ा। बस में 230 छोटे गैस चूल्हे और कई कंपनियों के स्पीकर रखे मिले।

इसके अलावा गोरखपुर से इन राज्यों में जाने वाली बसों में भी नेपाल से तस्करी का सामान भेजे जाने की सूचना थी। बृहस्पतिवार को जीएसटी की टीम ने बस्ती टोल प्लाजा के पास एक बस रोका। जांच की तो कागजों में लपेटकर रखे 12 नग सामान मिले। टीम ने सामानों को जब्त करते हुए बस्ती जीएसटी दफ्तर को सौंप दिया। इसके बाद दोपहर करीब 12 बजे नौसड़ बस स्टेशन पर दो निजी कंपनी की बसें जांच की। टीम ने बस में रखे सामानों के कागज मांगे तो चालक और परिचालक नहीं दिखा सके। टीम ने दोनों बसों से सामान को जब्त कर लिए।

भौतिक सत्यापन के बाद होगा मूल्यांकन

जीएसटी की टीम ने बस्ती और नौसड़ में तीन बसों से सामान जब्त किए हैं। एसआईबी की टीम शुक्रवार या शनिवार को भौतिक सत्यापन के अलावा पेटियों को खोलकर अंदर रखे सामानों का जीएसटी कर का मूल्यांकन करेगी। इसी आधार पर बस संचालकों पर कर निर्धारित किया जाएगा। इसके अलावा जिनके नाम से सामान बुक हैं, उनसे भी रिकवरी की जा सकती है।

जीएसटी की एसआईबी टीम को ऐसी सूचनाएं लगातार मिल रही थीं। पता लगा था कि दिल्ली व बाहर के राज्यों से बिना जीएसटी भुगतान किए और ई-पे बिल के बस से लाखों रुपये का सामान गोरखपुर लाया जा रहा है। इनमें शृंगार, मोबाइल फोन, इलेक्ट्राॅनिक, प्लाईवुड व अन्य सामान शामिल होते हैं। मुखबिरों की सूचना पर टीम दिल्ली और जयपुर से गोरखपुर आने वाली स्लीपर बसों की रेकी कर रही थी।

जांच के दौरान एक अधिकारी ने कहा, साहब छोड़ दें सामान
जांच के दौरान नौसड़ पर जब सामान पकड़ा गया तो जांच टीम में शामिल एक अधिकारी की कार्यप्रणाली संदिग्ध प्रतीत हुई। दरअसल, जांच के दौरान पकड़े गए बस को छोड़ने के लिए अधिकारी अपने ज्वाइंट कमिश्नर पर ही दबाव बनाने लगा। इसकी सूचना उन्होंने विभाग के शीर्ष अधिकारियों को दी। एडिश्नर कमिश्नर ग्रेड टू देवमणि शर्मा ने तत्काल अधिकारी प्रभाव से अधिकारी को जांच टीम से अलग करते हुए दफ्तर से संबद्ध कर दिया।

जीएसटी एडिश्नल कमिश्नर ग्रेड टू देवमणि शर्मा ने कहा कि दिल्ली से गोरखपुर लाए जा रहे तीन बसों से बड़ी मात्रा में अवैध सामान जब्त किए गए हैं। भौतिक सत्यापन के बाद मूल्यांकन किया जाएगा। जांच के दौरान एक अधिकारी की सत्यनिष्ठा संदिग्ध प्रतीत होने पर उसे जांच टीम से अलग कर दिया गया है।

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