सफल समाचार
सुनीता राय
एडिशनल कमिश्नर ग्रेड टू देव मणि शर्मा ने बताया कि टीमों ने शुक्रवार और रविवार को भी एसी बसों की जांच की, लेकिन उनमें मॉल नहीं मिला। अब नई रणनीति के साथ छापेमारी की जाएगी। दो दिनों की जांच में सामने आया है कि टैक्स चोरी करने वालों ने रास्ता बदल लिया है।
दिल्ली से गोरखपुर आने वाली एसी स्लीपर बसों से बिना जीएसटी के सामान खपाने वाले रैकेट को पकड़ने के लिए जीएसटी टीम को नई रणनीति बनानी होगी। क्योंकि शुक्रवार के बाद रविवार को भी जांच में टीमों को कुछ हाथ नहीं लगा।
बृहस्पितवार को जीएसटी की टीम ने टैक्स चोरी कर मंगाए गए मॉल को एसी स्लीपर बसों से बरामद किया था। इसके बाद शुक्रवार और रविवार को फिर एडिशनल कमिश्नर ग्रेड टू देव मणि शर्मा के निर्देशन में टीमों ने एसी बसों में जांच की। विभागीय सूत्र बताते हैं कि रोज की तरह बिना जीएसटी वाला मॉल दिल्ली से एसी स्लीपर बसों से लाया गया। लेकिन कार्रवाई के खौफ में व्यापारियों ने मॉल को बस्ती से पहले ही उतरवा लिया।
इसके अलावा छोटी गाड़ियों के जरिए जीरो प्वाइंट कालेसर से होकर बिहार भेज दिया जा रहा। जीएसटी चोरी कर मंगाए जा रहे मॉल में सबसे अधिक मोबाइल पार्ट्स हैं। चीन से मंगाए जा रहे मॉल बलदेव प्लाजा से लेकर रेती रोड की दुकानों पर खपाया जा रहा है।
एडिशनल कमिश्नर ग्रेड टू देव मणि शर्मा ने बताया कि टीमों ने शुक्रवार और रविवार को भी एसी बसों की जांच की, लेकिन उनमें मॉल नहीं मिला। अब नई रणनीति के साथ छापेमारी की जाएगी। दो दिनों की जांच में सामने आया है कि टैक्स चोरी करने वालों ने रास्ता बदल लिया है। रविवार को भी जीएसटी की दो टीमें बस्ती और सहजनवा बार्डर के पास जांच कर रही थीं।