जगदीशपुरम कॉलोनी में ट्रांसफाॅर्मर में ट्रक ने टक्कर मार दी। इससे 250 केवीए का ट्रांसफाॅर्मर और दो हाईटेंशन पोल क्षतिग्रस्त हो गए

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

सफल समाचार 
विश्वजीत राय 

जगदीशपुरम काॅलोनी में भोर में हुई दुर्घटना, दो घंटे तक जाम रहा बाईपास रोड, आवागमन प्रभावित

देर शाम तक बहाल नहीं सकी बिजली आपूर्ति

पडरौना। नगर की जगदीशपुरम कॉलोनी में ट्रांसफाॅर्मर में ट्रक ने टक्कर मार दी। इससे 250 केवीए का ट्रांसफाॅर्मर और दो हाईटेंशन पोल क्षतिग्रस्त हो गए। इसकी वजह चालक को झपकी आनी बताई जा रही है। घटना के बाद से शहर के 300 घरों की बिजली आपूर्ति प्रभावित हो गई। ट्रांसफॉर्मर से टक्कर के बाद ट्रक के सड़क पर होने और यहीं सब्जी मंडी होने से लोगों की भीड़ बढ़ी तो बाईपास रोड पर तीन घंटे तक आवागमन प्रभावित हो गया। इसके बाद नगर पालिका प्रशासन ने क्रेन की मदद से किसी तरह ट्रक को हटवाकर आवागमन शुरू कराया। ट्रक में सवार खलासी को हल्की चोटें आई हैं। पूरे दिन प्रयास के बाद भी देर शाम तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी। ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त होने से शहर के कई मोहल्लों की आपूर्ति भी फाॅल्ट की वजह से कुद देर के लिए ठप हो गई। इससे लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई।
जगदीशपुरम काॅलोनी के बाईपास सड़क के किनारे केवीए का ट्रांसफाॅर्मर लगा है। सोमवार की सुबह करीब पांच बजे उधर से गुजर रहा गिट्टी लदा ट्रक ट्रांसफॉर्मर से टकरा गया। इससे चबूतरा क्षतिग्रस्त हाे गया और ट्रांसफाॅर्मर नीचे गिर गया। दुर्घटना के बाद ट्रक के अंदर फंसे खलासी व चालक को लोगों ने किसी तरह बाहर निकाला। इसके चलते पूरे दिन लोगों को बिजली के लिए तरसना पड़ा। जेई सर्वेश दुबे और अरविंद मणि अपनी टीम के साथ पहुंचे और घंटों प्रयास किया लेकिन देर शाम तक आपूर्ति बहाल नहीं हाे सकी थी। ट्रक पर गिट्टी होने के कारण वह वहां से नहीं हट सका। इसके चलते ट्रांसफाॅर्मर के चबूतरे का भी निर्माण नहीं हो सका। बाद में नगरपालिका की ओर से क्रेन मंगवाकर ट्रक को हटवाया गया तो दो घंटे के बाद आवागमन सुचारु हो सका।

ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त होने के चलते सुभाष चौक, रामकोला रोड, बलोचहा, स्टेशन रोड, मुन्ना काॅलोनी में भी फाॅल्ट हो गया। इस वजह से लोगों को बिजली के लिए परेशान होना पड़ा। जगदीशपुरम काॅलोनी में स्कूल और निजी अस्पतालों की संख्या अधिक है। इसके चलते मरीजों को इलाज और बीमारी से जुड़ी जांच कराने में दिक्कतें हुईं। एक हड्डी रोग विशेषज्ञ के यहां दवा कराने आए रामकोला के अनुज शर्मा ने बताया कि अस्पताल पहुंचने के लिए दूसरे रास्ते से कुछ दूर घूम कर जाना पड़ा है। इससे परेशानी हुई।
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. वीके सिंह ने कहा कि बिजली के अभाव में अस्पताल में आए मरीजों को कोई परेशानी न हो इसके लिए जेनरेटर रखा गया है। इस जेनरेटर को चलाने पर एक घंटे में पांच लीटर डीजल खर्च होता है। सोमवार की सुबह ट्रांसफाॅर्मर क्षतिग्रस्त होने से अब तक करीब सात हजार रुपये का डीजल खर्च हो गया है। जरूरी कार्य निपटाकर जेनरेटर बंद कर इन्वर्टर से कार्य चलाना पड़ रहा है।

इसी कॉलोनी के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि उनके अस्पताल में ही स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेष डॉ. सुरभि श्रीवास्तव भी बैठती हैं। वह महिलाओं के इलाज के अलावा ऑपरेशन भी करती हैं। अस्पताल में मरीज देखते या ऑपरेशन करते समय कोई दिक्कत न हो इसके लिए जेनरेटर का सहारा लेना पड़ा। बिजली नहीं होने से जेनरेटर चलाने में करीब आठ हजार रुपये खर्च हो गए। उन्होंने कहा कि बिजली निगम के अधिकारियों से बात हुई है। उन्होंने वैकल्पिक इंतजाम कर बिजली आपूर्ति बहाल कराने की बात कही है।

इस संबंध में एक्सईएन इंद्रराज यादव ने बताया कि ट्रक पर गिट़्टी होने के कारण चबूतरे का निर्माण नहीं हो सका। पोल भी अभी नहीं आया है। इसके चलते दो दिनों तक आपूर्ति बहाल करने में लग सकता है। प्रयास किया जा रहा है कि दूसरे मोहल्लों से आपूर्ति दी जाए।

सुबह से ही बिजली गुल होने पर उठानी पड़ी समस्या
पानी के लिए लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सप्लाई के पानी से काम चलाना पड़ा। बिजली कब आएगी। इसका पता नहीं है। गर्मी में घरों में उबलना पड़ा। कब तक बिजली आएगी। कोई बता भी नहीं रहा है।
– नवल किशोर त्रिपाठी, स्थानीय निवासी

सुबह बिजली नहीं होने से बच्चे स्कूल नहीं जा पाए। ट्रांसफाॅर्मर क्षतिग्रस्त होने से मोहल्ले में आने वाला रास्ता अवरुद्ध हो गया था। इसकी वजह से स्कूल बस लौट गई। बिजली नहीं होने से मोबाइल भी डिस्चार्ज हो गए हैं। बिजली निगम को बिजली आपूर्ति की कोई वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए।
– डॉ. दिपाली श्रीवास्तव, स्थानीय निवासी

– ट्रक की टक्कर होने से दो हाईटेंशन तार गिर गए। संयोग ठीक था कि पोल किसी के मकान पर नहीं गिरा, नहीं तो हादसा हो सकता था। बिजली के अभाव में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। दिनचर्या प्रभावित होने से जरूरी काम नहीं हो सके।
– आलोक श्रीवास्तव, स्थानीय निवासी

– बिजली आपूर्ति तो शहर की पहले से ही खराब है। पोल व ट्रांसफाॅर्मर टूटने के कारण सुबह से आपूर्ति नहीं मिली। उमसभरी गर्मी में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जल्द से जल्द आपूर्ति बहाल करनी होगी ताकि लोगों की परेशानी दूर हो।
-रितेश मिश्र, स्थानीय निवासी

अस्पताल में लगी बड़ी मशीन बिना बिजली के नहीं चलेगी। दांत का एक्सरे तक करने के लिए बिजली के अन्य विकल्प का सहारा लेना पड़ा है। इससे मरीजों का इलाज करने में परेशानी उठानी पड़ी है। पूरे दिन बिजली नहीं होने से कार्य प्रभावित रहा।
– डॉ. वैभव श्रीवास्तव, दंत रोग विशेषज्ञ

सुबह ही बिजली गुल होने से पूरे दिन उमस भरी गर्मी से परेशान होना पड़ा है। घर में लगे इन्वर्टर ने काम करना बंद कर दिया है। इससे पढ़ाई नहीं हो पाई है। घर के बरामदे में बैठकर स्कूल से मिले कार्य को निपटा रही हूं।
– शुचिता, छात्रा

सुबह का समय बच्चों को स्कूल भेजने की तैयारी का होता है। सुबह पांच बजे ही ट्रक की टक्कर से ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गया। इसके चलते घर में लगा पानी का मोटर नहीं चला। हैंडपंप के पानी से बच्चों को स्नान कराकर किसी तरह स्कूल भेजी हूं।
-रश्मि श्रीवास्तव, गृहिणी

बच्चों को स्कूल भेजने के लिए सुबह जल्दी उठना पड़ता है। सोमवार को जैसे ही सोकर जगी, वैसे ही तेज आवाज हुई। उसके बाद बिजली गुल हो गई। सुबह के समय इन्वर्टर के प्रकाश से नाश्ता तो बन गया, लेकिन रात में भोजन बनाने के लिए मोमबत्ती का सहारा लेना पड़ेगा।

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