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सुनीता राय
दीवानी कचहरी में आंध्रा बैंक के पास ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एडीआर सेंटर है। इसमें भूतल पर प्राधिकरण के सचिव का दफ्तर और स्थायी लोक अदालत की कोर्ट है। पहली मंजिल पर मध्यस्थता केंद्र है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से वादकारियों को निशुल्क विधिक परामर्श के लिए अधिवक्ता मुहैया कराए जाते हैं। लेकिन कुछ लोग जानकारी के अभाव तो कुछ लोग भरोसे की कमी के कारण निशुल्क मदद लेने से बचते हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने बताया कि आवेदन करने पर वंचित और कमजोर वर्गों को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान की जाती है। इसके लिए प्रचार-प्रसार भी कराया जाता है।
दीवानी कचहरी में आंध्रा बैंक के पास ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एडीआर सेंटर है। इसमें भूतल पर प्राधिकरण के सचिव का दफ्तर और स्थायी लोक अदालत की कोर्ट है। पहली मंजिल पर मध्यस्थता केंद्र है। इसके अलावा अन्य कार्यालय बने हुए हैं। मध्यस्थता केंद्र में सुलह समझौते की बातचीत के लिए पांच अलग- अलग केबिन बनाए गए हैं।
बुधवार की दोपहर 12.27 बजे अपने ऑफिस में बैठे अपर जनपद न्यायाधीश/ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रामकृपाल विभागीय काम निपटाते हुए लिपिक अनुराग श्रीवास्तव से फाइलों के संबंध में चर्चा रहे थे। उन्हाेंने बताया कि लोक अदालत के संबंध में एक बैठक होनी है। इसकी तैयारी की जा रही है। उनके दफ्तर के बाहर पहली मंजिल पर जाने पर मध्यस्थता केंद्र में घरेलू, दहेज उत्पीड़न सहित अन्य से प्रभावित महिलाएं और उनके साथ आए लोग बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
मध्यस्थता के लिए बने पांच केबिन में दो के भीतर मौजूद अधिवक्ता और पक्षकार आपस में बातचीत करते मिले। बाहर गैलरी में चहलकदमी करतीं महिला कांस्टेबल गुंजन यादव पीड़ित महिलाओं से उनके केस के संबंध में जानकारी ले रही थीं। यहां कुछ छह पक्षों को मध्यस्थता के लिए बुलाया गया था।