मंसाछापर। सदर तहसील क्षेत्र के मनिकौरा और जरार बिजली उपकेंद्र से जुड़े 90 गांवों में पिछले 40 घंटे से बिजली नहीं आई तो नाराज उपभोक्ताओं ने उपकेंद्र पर ताला बंद कर घेराव किया

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

सफल समाचार 
विश्वजीत राय 

सदर तहसील क्षेत्र के मनिकौरा और जरार बिजली उपकेंद्र से जुड़े हैं 90 गांवों के उपभोक्ता
33 केवी की लाइन में फाॅल्ट नहीं खोज पाए विद्युतकर्मी

पडरौना/मंसाछापर। सदर तहसील क्षेत्र के मनिकौरा और जरार बिजली उपकेंद्र से जुड़े 90 गांवों में पिछले 40 घंटे से बिजली नहीं आई है। लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं। बिजली निगम 33 केवीए की लाइन में फाॅल्ट नहीं खोज पाया है। इससे लोगों में नाराजगी है।

क्षेत्र के लोग रविवार को सुबह जरार बिजली उपकेंद्र पर पहुंचे और ताला बंदकर घेराव किया। वे जेई को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर कुछ देर बाद घर भेज दिया। लगातार बिजली न आने से प्रभावित गांवों में सभी बिजली उपकरण बेकार पड़े हैं। जरार व मनिकौरा विद्युत उपकेंद्र से करीब 90 गांवों को बिजली आपूर्ति की जाती है।

शुक्रवार की रात करीब 12 बजे से ही उपभोक्ताओं को बिजली नहीं मिली। वैसे इन केंद्रों से सप्ताह भर में एक-दो दिन बिजली आपूर्ति बाधित ही रहती है। लगातार 40 घंटे से बिजली आपूर्ति नहीं होने से मोबाइल, इन्वर्टर आदि सभी विद्युत उपकरण बंद हो गए हैं। इससे उपभोक्ताओं में काफी आक्रोश है।

रविवार को सुबह तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हुई तो आक्रोशित माघी कोठिलवा, कंठीछपरा, हिरनही, अरनहवा, जटहां बाजार, जरार आदि गांवों के संजय सिंह, राजेश यादव, जयराम राजभर, उमेश कुशवाहा, हरेंद्र, जवाहिर साहनी, चंदन गोंड, रामदरश पटेल, स्वामीनाथ पटेल, मिंटू साहनी, भुन्नू चौहान समेत काफी संख्या में लोग सुबह आठ बजे जरार के विद्युत उपकेंद्र पर पहुंचकर हंगामा करने लगे।

इसके बाद दस बजे केंद्र में ताला जड़कर विरोध प्रदर्शन किया। सूचना मिलने पर पहुंचे जटहां बाजार थाने के एसओ राजकुमार बरवार ने जेई से बातकर दो घंटे में बिजली आपूर्ति किए जाने का आश्वासन दिया और लोगों को समझा-बुझाकर डेढ़ घंटे बाद ताला खुलवाया। तब तक कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। शाम करीब साढ़े चार बजे बिजली आपूर्ति बहाल हुई, इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।

लंबी दूरी और घने पेड़ों की डालियों की बीच से गुजरी है 33 केवी की लाइन, आएदिन होता है फाॅल्ट

जरार और मनिकौरा बिजली उपकेंद्र की बिजली करीब 75 किमी दूर राजापाकड़ बिजली घर से आती है। 33 केवी का तार घने पेड़ों और डालियों के बीच से होकर जाता है। अधिक लोड पड़ने के कारण बिजली का तार नीचे लटक जाता है, जिसके बाद डालियों के संपर्क में आते ही फाॅल्ट की समस्या हो जाती है। करीब 75 किमी दूर पेट्रोलिंग करने के लिए बिजलीकर्मियों का पूरा दिन चला जाता है। एक सप्ताह में कम से दो से तीन दिन बिजली आपूर्ति ठप ही रहती है।

आएदिन फाॅल्ट को लेकर बिजली निगम गंभीर नहीं
करीब 75 किमी दूरी होने के कारण सुचारु रूप से बिजली आपूर्ति नहीं हो पाती है। क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं का कहना है कि अगर पेड़ों की डालियों को कटवा दिया जाए तो बार-बार फाॅल्ट और ट्रिपिंग की समस्या को कुछ हद तक रोका जा सकता है, लेकिन इसे लेकर बिजली निगम के जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। हल्की हवा या बारिश शुरू होते ही फाॅल्ट की समस्या उत्पन्न हो जाती है।

वर्जन
लंबी दूरी होने के कारण कुछ माइनर फाॅल्ट हुआ था। उसे ठीक कराकर बिजली आपूर्ति बहाल करा दी गई है।
– शुभम अग्रहरी, एसडीओ

क्या कहते हैं बिजली उपभोक्ता
कभी बिजली आपूर्ति सुचारु रूप से नहीं मिलती है। इस भीषण गर्मी में बहुत परेशानी हो रही है। बिजली निगम की लापरवाही से आए दिन फाॅल्ट होता है।

-संजय सिंह, बिजली उपभोक्ता
सरकार का निर्देश है कि गांवों में 18 घंटे बिजली दी जाए, लेकिन हम लोगों को कभी लगातार बिजली नहीं मिलती। फाॅल्ट की समस्या हमेशा बनी रहती है।

-तिलक साहनी
भीषण गर्मी और उमस से लोग परेशान हो गए हैं। लगातार 40 घंटे बिजली गुल रहना कहीं न कहीं बिजली निगम की लापरवाही को दर्शा रहा है।

-जयराम राजभर
लगातार 40 घंटे बिजली नहीं रहने से सारे उपकरण बंद थे। मोबाइल बंद हो गया था, जिससे कहीं संपर्क नहीं हो पा रहा था। पूरी रात भी अंधेरे में गुजरी।

-उमेश कुशवाहा
40 घंटे बाद बिजली आते ही मनिकौरा फीडर ब्लास्ट, मरम्मत शुरू

33 केवी की लाइन में फाॅल्ट के कारण 40 घंटे बाद बिजली आते ही मनिकौरा फीडर ब्लास्ट हो गया। इस कारण फीडर से जुड़े करीब 45 गांवों में बिजली आपूर्ति फिर से ठप हो गई हे। फीडर की मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है। जरार बिजली उपकेंद्र से जुड़े गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल है। मनिकौरा बिजली उपकेंद्र के अवर अभियंता दीपक कुमार ने बताया कि बिजली आते ही फीडर ब्लास्ट हो गया है। मरम्मत चल रही है। ठीक होते ही आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।

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