सफल समाचार
सुनीता राय
हरी मिर्च के दाम आसमान से जमीन पर आ गए हैं। एक सप्ताह पहले जो हरी मिर्च 60 रुपये पाव बिक रही थी, वह अब 60 रुपये किलो बिकने लगी है। दाम कम होने से हरी मिर्च ने लोगों को राहत दी है।
आठ से 10 दिन पहले दक्षिण भारत से आने वाली हरी मिर्च के बोरे बारिश के कारण भीगे हुए आ रहे थे। मिर्च के भीगने से बोरे में 40 से 50 फीसदी माल खराब निकल रहा था। इतनी बड़ी मात्रा में मिर्च खराब निकलने से व्यापारियों को काफी नुकसान तो हो ही रहा था, उपर से इसके दाम भी बहुत ज्यादा थे।
10 दिनों पूर्व मंडी में हरी मिर्च 160 से 180 रुपये किलो के बीच बिक रही थी। वहीं खुदरा बजार में हरी मिर्च की कीमत 50 से 60 रुपये पाव तक पहुंच गए थे। लेकिन, पिछले एक सप्ताह से दक्षिण भारत के हरी मिर्च उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में बारिश बंद है। ऐसे में मिर्च की आवक मंडी में इन दिनों बढ़ गई है।
वहीं बोरे सूखे होने के कारण माल भी खराब नहीं निकल रहा है। इससे आढ़तियों को नुकसान नहीं हो रहा। इन वजहों के मिर्च के दाम में काफी कमी आ गई है। बृहस्पतिवार को थोक मंडी में हरी मिर्च 40 से 50 रुपये किलो बिकीं।
वहीं खुदरा बाजार में हरी मिर्च 60 से 80 रुपये किलो के बीच रहे। हरी मिर्च के व्यापारी संतोष सोनकर ने बताया कि हरी मिर्च की आवक बढ़ गई है, इससे दाम कम हो गए हैं, अभी आगे दाम में और भी गिरावट आएगी।