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विश्वजीत राय
प्रदेश के 100 आकांक्षात्मक ब्लॉकों में प्रथम आया है विशुनपुरा ब्लॉक
पडरौना/मंसाछापर। आकांक्षात्मक ब्लॉक विशुनपुरा ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। शासन ने ब्लॉक क्षेत्र के विकास के लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में दो करोड़ रुपये दिए हैं। इस धनराशि से क्षेत्र के गांवों में विकास कार्यों को गति दी जाएगी। अब शासन की तरफ से मिली इस धनराशि से क्षेत्र के विकास की नई तस्वीर खींची जाएगी। हालांकि, प्रोत्साहन राशि के रूप में मिली धनराशि को कैसे खर्च किया जाएगा, इसके लिए अभी कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है।
अति पिछड़े ब्लॉक से विकसित ब्लॉक की ओर विशुनपुरा ब्लॉक बढ़ रहा है। शासन ने पिछले वित्तीय वर्ष में 100 अति पिछड़े ब्लॉकों की सूची बनाई थी। इसमें विशुनपुरा ब्लॉक को भी शामिल किया गया था। ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में कोई अतिरिक्त धन शासन की तरफ से नहीं आया, लेकिन अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से विकास कार्य लगातार होते रहे। इसका असर हुआ की बीते शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में
100 आकांक्षी ब्लॉकों में विशुनपुरा को प्रथम स्थान आने पर सीडीओ गुंजन द्विवेदी ने बीडीओ सुशील कुमार सिंह और शोधार्थी गरिमा गुप्ता को दो करोड़ रुपये प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया। अब शासन से मिले इस दो करोड़ रुपये से विकास की नई तस्वीर खींची जाएगी।
ब्लॉक क्षेत्र में हुए ये विकास कार्य
पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 13 ग्राम पंचायतों में आरआरसी सेंटर का निर्माण पंचायती राज विभाग ने कराया। इस वित्तीय वर्ष में कुल 36 ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस में शामिल किया गया। इसके अलावा पुर्नहा बुजुर्ग गांव को मॉडल गांव के रूप में विकसित किया गया। इस वर्ष कुल 37 और ग्राम पंचायतों में आरआरसी सेंटर का निर्माण कराया जाएगा। पांच ग्राम पंचायतों में मिनी स्टेडियम का निर्माण हो चुका है, जबकि माघी कोठिलवा, बबुईया हरपुर, कंठी छपरा समेत तीन ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य चल रहा है।
हिरनही और पड़री पिपरपाती में पुस्तकालय निर्माण कार्य चल रहा है। 27 ग्राम पंचायतों में छोटा पुस्तकालय का निर्माण हो गया। शेष बची ग्राम पंचायतों में भी पुस्तकालय के निर्माण कराने हैं। दो ग्राम पंचायतों माघी कोठिलवा और मनिकौरा में साइंस लैब का निर्माण हो गया है। इसके अलावा आने वाले समय में दस ग्राम पंचायतों में साइंस लैब व दस ग्राम पंचायतों में बड़ा पुस्तकालय का निर्माण होगा। कुल 178 परिषदीय विद्यालयों के सापेक्ष पहले 27 विद्यालयों में टेबल-बेंच लगवाए गए थे, अब तक कुल 70 विद्यालयों में ग्राम पंचायतों की तरफ से डेस्क-बेंच लगवा दिए गए हैं।
ब्लॉक प्रमुख ने बांसी नदी की सफाई
बांसी नदी खड्डा ब्लॉक से आकर विशुनपुरा ब्लॉक की 12 ग्राम पंचायतों से होकर सेवरही तक जाती है। बांसी नदी अपना अस्तित्व खो चुकी थी। ब्लॉक प्रमुख विंध्यवासिनी श्रीवास्तव ने बांसी नदी की सफाई और विकास कार्य कराने के लिए मांग की थी। डीएम रमेश रंजन और सीडीओ गुंजन द्विवेदी ने एक साथ 12 ग्राम पंचायतों के सामने बांसी नदी की सफाई शुरू कराई। बाद में मनरेगा योजना से वृहद मशीन लगाकर बांसी नदी की सफाई कराई गई। अब नदी धीरे-धीरे अपने अस्तित्व में आ रही है।
ब्लॉक प्रमुख ने बदल दी ब्लॉक की सूरत
ब्लॉक प्रमुख बनते ही विंध्यवासिनी श्रीवास्तव ने सबसे पहले ब्लॉक सभागार की सूरत बदल डाली। ब्लॉक सभागार को सीलिंग कराकर बेहतर साज-सज्जा के साथ निर्माण कार्य कराया। ब्लॉक प्रमुख कक्ष, बीडीओ कक्ष को बेहतर तरीके से सजाया। ब्लॉक परिसर के मुख्य गेट के किनारे लोग गंदगी करते थे। वहां पार्क का निर्माण कराकर बैठने की उत्तम व्यवस्था कराई। ब्लॉक परिसर में वर्षों से खंडहर पड़े पुराने भवनों को तोड़वाया। वहां अब शासन से धन मिलते ही कर्मचारियों के लिए आवास का निर्माण कराया जाएगा। ब्लॉक परिसर और सीएचसी समेत कई जगहों पर शुद्ध पानी के लिए आरओ वाटर, स्ट्रीट लाइटें लगवाई गईं।
कोट
सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद, जिन्हें विशुनपुरा ब्लॉक को आकांक्षात्मक के तौर पर चयनित किया। विकसित ब्लॉक के निर्माण में जिले के सभी अधिकारियों, ग्राम प्रधान, कर्मचारी, आम जनता की सहयोग का सहयोग है। आगे भी प्रदेश में माॅडल ब्लॉक का निर्माण कराना सोच है।
विंध्यवासिनी श्रीवास्तव ब्लॉक प्रमुख विशुनपुरा
कोट
सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद। ब्लॉक प्रमुख, जिले के सभी अफसर, ग्राम प्रधान, समस्त कर्मचारियों के सहयोग से 100 आकांक्षी ब्लॉकों में ब्लॉक नंबर एक आया है। विकास कार्य लगातार जारी रहेंगे।