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सुनीता राय
ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट के लिए रुद्रा गैस इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से 200 करोड़ रुपये के निवेश के लिए एमओयू किया गया है।
मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में उद्योग लगाने के लिए फरवरी में जो प्रस्ताव उद्योगपतियों की तरफ से मिले थे, अब उन्हें जमीन पर उतारने की तैयारी है। बरसात खत्म होते ही इस पर अमल शुरू हो जाएगा। सितंबर-अक्तूबर में कभी भी उस एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) के सापेक्ष जीबीसी (ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी) का आयोजन किया जा सकता है। प्रस्ताव धरातल पर उतरने के साथ ही गोरखपुर में करीब दो लाख लोगों के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रोजगार की संभावनाएं बनेंगी। इससे गोरखपुर औद्योगिक हब बनकर उभरेगा।
इसी साल 10 से 12 फरवरी तक हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में गोरखपुर के लिए 1.71 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के लिए एमओयू हुए। उद्योग विभाग में अब तक इसके तहत 308 एमओयू के जरिये 178326.40 करोड़ रुपये का प्रस्ताव मिला है। निवेश के मामले में गोरखपुर से आगे केवल तीन जिले गौतम बुद्ध नगर (प्रथम), आगरा (द्वितीय) और लखनऊ (तृतीय) हैं। गोरखपुर न केवल कानपुर व गाजियाबाद जैसे शहरों से आगे बढ़ा है बल्कि यहां के लिए ग्रीन अमोनिया प्लांट स्थापित करने के लिए मेसर्स अवाडा वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से 22500 करोड़ रुपये का एमओयू किया गया है।
सोलर एनर्जी पार्क की स्थापना के लिए आरजी स्ट्रेटजी ग्रुप ने 1772 करोड़ रुपये के निवेश का करार किया। ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट के लिए रुद्रा गैस इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से 200 करोड़ रुपये के निवेश के लिए एमओयू किया गया है। अब इन प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए कंपनियों को शिलान्यास के लिए कहा जा रहा है। प्लॉट आवंटन से लेकर अन्य प्रक्रियाओं को भी पूरा कराया जा रहा है।