कोतवाली की पुलिस ने मुख्य हत्यारोपी के पिता पूर्व प्रमुख सुकदेव पासवान को सोनबरसा बाॅर्डर से किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

सफल समाचार 
विश्वजीत राय 

मुख्य हत्यारोपी ने कबूला, कमलेश के पड़ोसी संतोष से हो रही थी कहासुनी, कमलेश के बीच में आ जाने के कारण मारी गोली

हाटा कोतवाली की पुलिस ने मुख्य हत्यारोपी के पिता पूर्व प्रमुख सुकदेव पासवान को सोनबरसा बाॅर्डर से किया गिरफ्तार
रात में बेटे के मुठभेड़ में गिरफ्तार होने के बाद जनपद से भागने की फिराक में था
खागी मुंडेरा गांव में अब भी 50 की संख्या में तैनात है पुलिस फोर्स और पीएसी
मुख्य हत्यारोपी की मां और भाई की भी पुलिस कर रही तलाश
संवाद न्यूज एजेंसी

कुशीनगर। जिले के हाटा कोतवाली क्षेत्र के खागी मुंडेरा गांव में पांच अगस्त की रात जिला पंचायत सदस्य जामवंती देवी के पुत्र इंजीनियर कमलेश सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाले मुख्य हत्यारोपी धर्मेंद्र पासवान के पिता को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह पूर्व ब्लॉक प्रमुख भी है।
मंगलवार की रात पुलिस के साथ मुठभेड़ में गिरफ्तार होने के बाद पुलिस ने जब सख्ती बरती तो धर्मेंद्र ने अपने पिता, मां और भाई का पता बता दिया। लिहाजा पुलिस ने दबिश बढ़ा दी। बुधवार को उसका पिता सुकदेव पासवान सुकरौली-जगदीशपुर मार्ग से जनपद से बाहर भागने की कोशिश कर रहा था, पुलिस ने उसे सोनबरसा बाॅर्डर से गिरफ्तार कर लिया। अन्य दो वांछितों की तलाश में भी पुलिस दबिश दे रही है। उधर, गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 50 की संख्या में पुलिस फोर्स और पीएसी तैनात है।

हाटा कोतवाली क्षेत्र के खागी मुंडेरा गांव में शनिवार की रात जिला पंचायत सदस्य जामवंती देवी के छोटे पुत्र इंजीनियर कमलेश सिंह की विपक्षियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी। उन्हें पांच गोलियां लगी थीं। गंभीर हालत में उन्हें हाटा सीएचसी लाया गया था, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। हालांकि, तसल्ली न होने पर परिजन उन्हें गोरखपुर ले गए थे। वहां भी डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया तो शव लेकर घर आ गए थे। इस हत्या से गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
घटना की जानकारी होने पर डीएम रमेश रंजन, एसपी धवल जायसवाल, एएसपी रितेश सिंह और कसया के सीओ कुंदन सिंह सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे थे। उसी रात शांति व्यवस्था के लिहाज से गांव में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई थी।

इस मामले में कमलेश सिंह के पिता राधाकृष्ण सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुख्य हत्यारोपी ग्राम प्रधान धर्मेंद्र पासवान, उसके भाई हरेंद्र पासवान, पिता पूर्व प्रमुख सुकदेव पासवान, माता पूर्व ब्लॉक प्रमुख इसरावती देवी और भरत पासवान सहित कुल पांच लोगों पर हत्या का केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी थी। इनमें वांछित भरत को पुलिस ने पहले गिरफ्तार कर लिया था।

मंगलवार की देर रात हाटा कोतवाली क्षेत्र के हाटा-गौरी बाजार मार्ग स्थित देवप्रीत डिग्री कॉलेज के पास मुठभेड़ में मुख्य हत्यारोपी ग्राम प्रधान धर्मेंद्र पासवान को भी गिरफ्तार कर लिया। उसके दाहिने पैर में गोली लगी थी। पुलिस ने उसका जिला अस्पताल में इलाज कराया। एसपी ने बताया था कि वह 50 हजार रुपये का इनामी था। उसके पास से कमलेश सिंह की हत्या में प्रयुक्त कंट्रीमेड पिस्टल, दो मैगजीन, कारतूस और बाइक बरामद हुई है। उसका पूर्व का आपराधिक इतिहास रहा है।
बुधवार को एसपी ने बताया कि हत्यारोपी ग्राम प्रधान धर्मेंद्र पासवान ने पूछताछ में बताया कि कमलेश सिंह के पड़ोसी संतोष से पांच अगस्त की रात उसकी कहासुनी हो रही थी। तभी कमलेश सिंह बीच में पहुंच गए। उसे लगा कि वह संतोष की तरफ से उससे लड़ने आए हैं। इसलिए उसने गोली मार दी।

हाटा के कोतवाल निर्भय सिंह ने बताया कि रात में धर्मेंद्र पासवान से बाकी वांछितों के बारे में पूछताछ की गई थी। उसके आधार पर दबिश दी जा रही थी। गिरफ्तार होने के डर से सुकदेव पासवान जिला छोड़कर भागने का प्रयास कर रहा था। उन्होंने बताया कि मुख्य हत्यारोपी की मां पूर्व ब्लॉक प्रमुख इसरावती देवी और भाई भरत पासवान को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि खागी मुंडेरा गांव में घटनास्थल पर 50 की संख्या में पुलिस फोर्स और पीएसी तैनात है। जब तक सभी हत्यारोपी गिरफ्तार नहीं कर लिए जाते हैं, तब तक फोर्स नहीं हटेगी।

एसपी बोले
इंजीनियर कमलेश सिंह की हत्या के मामले में पांच में से तीन हत्यारोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। मुख्य हत्यारोपी का पिता सुकदेव पासवान बुधवार को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा अन्य दो हत्यारोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
-धवल जायसवाल, पुलिस अधीक्षक

न्यायालय में पेश किया गया मुख्य हत्यारोपी, भेजा गया जेल
इंजीनियर कमलेश सिंह की हत्या के मुख्य आरोपी धर्मेंद्र पासवान पुत्र सुकदेव पासवान को हाटा कोतवाली पुलिस ने बुधवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रशांत कुमार के न्यायालय में प्रस्तुत किया। वहां से सीजेएम ने उसे 22 अगस्त तक 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

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