दुकानों और बाजारों की सूची तैयार की जा रही है अवैध माल खपाने का संदेह, गोरखपुर शहर के कई बाजार GST के रडार पर

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

सफल समाचार 
सुनीता राय 

शाहमारूफ बाजार के पास बिसाता मंडी में लिपिस्टिक, चूड़ी, पाउडर, बिंदी, शीशा, इत्र समेत अन्य कॉस्मेटिक के सामान मिलते हैं। छोटी दुकानों से भी मंडल के दूसरे जिलों और तहसील की दुकानों पर सामान भेजे जाते हैं। इसके अलावा सामान में शीशे के ग्लास और चश्मे के फ्रेम भी पकड़ गए थे।

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की तरफ से जीएसटी चुकता किए बिना बाहर से मंगवाए जाने वाले सामान को शहर में खपाने वाली दुकानों और बाजारों की सूची तैयार की जा रही है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि विभाग का मानना है कि सामान जब्त करने के बाद भी सामान खपाने वाले व्यापारियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो इसपर रोक नहीं लग सकती है।

जांच में यदि इनका सामान पकड़ा जाता है तो दूसरे रास्ते से ये सामान मंगवा लेते हैं। इन पर शिकंजा कसने के लिए जीएसटी की टीम ऐसे व्यापारियों पर नजर रखेगी।

एक दिन पहले जीएसटी की तरफ से की गई कार्रवाई को लेकर टीमें अलग-अलग काम रहीं हैं। बिना जीएसटी चुकता किए सामान को शहर के किन-किन बाजारों में खपाने की तैयारी थी, इसकी जांच की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि शहर के बिसाता मंडी, रेती और गोलघर बाजार की दुकानों पर सामान को खपाने की जानकारी मिली है।

शाहमारूफ बाजार के पास बिसाता मंडी में लिपिस्टिक, चूड़ी, पाउडर, बिंदी, शीशा, इत्र समेत अन्य कॉस्मेटिक के सामान मिलते हैं। छोटी दुकानों से भी मंडल के दूसरे जिलों और तहसील की दुकानों पर सामान भेजे जाते हैं। इसके अलावा सामान में शीशे के ग्लास और चश्मे के फ्रेम भी पकड़ गए थे।

जांच में सामने आया है कि रेती रोड की चश्मों की दुकानों पर इसे भेजा जाना था। ऐसे दुकानों की सूची भी विभाग तैयार कर रही है। यही हाल मोबाइल फोन के पुर्जों का है। गोलघर के कई होससेल व्यापारी और रेती रोड के मोबाइल फोन व्यापारी अवैध तरीके से सामान को मंगवाते हैं और बिना लिखा-पढ़ी के लंबे फायदे के साथ व्यापार करते हैं।

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