घटना के 36 घंटे बाद मुख्य पश्चिमी गंडक नहर के सहुआडीह स्थित रेगुलेटर पर मिला भीम सिंह का शव

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

सफल समाचार 
विश्वजीत राय 

दामोदरी पुल के पास बृहस्पतिवार की रात मुख्य पश्चिमी गंडक नहर में गिरी थी कार

पडरौना/रामकोला। थाना क्षेत्र के दामोदरी पुल के पास बृहस्पतिवार की देर रात कार के अनियंत्रित होकर मुख्य पश्चिमी गंडक नहर में गिरने के बाद से लापता भीम सिंह का शव शनिवार को सुबह 36 घंटे बाद मिला। शव नहर के सहुआडीह स्थित रेगुलेटर पर मिला। रेगुलेटर पर तैनात कर्मचारी की सूचना पर परिजन नहर पर पहुंचे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस हादसे में दो युवकों का शव नहर से शुक्रवार को ही बरामद हुआ था, जबकि एक युवक कार का शीशा तोड़कर किसी तरह सुरक्षित बाहर निकला था।
नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौगांवा कुर्मीपट्टी निवासी भीम सिंह अपने दोस्त की कार लेकर रामकोला थाना क्षेत्र के बभनौली खपरधिक्का निवासी मनोज कुमार यादव, बंधवा निवासी गुड्डू यादव और सुबोध मणि के साथ निकले थे। कुछ लोगों से मिलने के दौरान रात हो गई।

इस हादसे में बचकर निकले सुबोध मणि ने बताया था कि सभी दोस्त घर जाने की बात कहने लगे, लेकिन तभी भीम सिंह को सिगरेट पीने की तलब लगी और रात में ही अपने दोस्तों को कार में बैठाकर तेज रफ्तार से सिंगहा की तरफ जाने लगे। उसी दौरान कार अनियंत्रित होकर दमोदरी गांव के पास मुख्य पश्चिमी गंडक नहर में पुल के पास गिर गई थी।
इस हादसे में बभनौली खपरधिक्का निवासी मनोज यादव और बंधवा निवासी गुड्डू यादव की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। उनका शव नहर से बरामद हुआ था, जबकि सुबोध मणि को तैरना आता था। वह कार का शीशा तोड़कर किसी तरह बाहर निकले और तैरकर नहर से निकले। कार चालक भीम सिंह का पता नहीं चल रहा था। उनकी तलाश के लिए पुलिस और गोताखोर जुटे थे।

शनिवार को 36 घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम ने घटनास्थल से करीब दस किलोमीटर दूर मिश्रौली गांव के पास सहुआडीह फाटक से भीम सिंह का शव बरामद किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को नहर से बाहर निकलवाया और पंचनामा बनवाकर भीम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस संंबंध में रामकोला के थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि दामोदरी नहर के पास बृहस्पतिवार की रात नहर में कार गिर गई थी। उसमें सवार तीन युवकों के शव मिल चुके हैं। दो युवकों का शव पोस्टमार्टम के लिए शुक्रवार को भेजा गया था। एक युवक का शव शनिवार को मिला है। पंचनामा बनवाकर उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। कार को नहर से बाहर निकलवा लिया गया है। कार सवार चौथे युवक सुबोध मणि का इलाज चल रहा है।

पति की मौत से टूट गई दिव्यांग सीमा
पकड़ियार बाजार। नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के दामोदरी पुल के पास हुए हादसे में जान गंवाने वाले बभनौली निवासी दिव्यांग मनोज यादव की पत्नी शनिवार को बेसुध दिखी। एक पैर से दिव्यांग सीमा की जिंदगी पहले से ही बैसाखी पर टिकी थी। अब पति का साथ छूटने के बाद परिवार को खुद के पैरों पर खड़ा करने का सपना भी डूबने लगा है।

बृहस्पतिवार की रात दामोदरी पुल के पास मुख्य पश्चिमी गंडक नहर में कार हादसे में सवार मनोज यादव की दम घुटने से मौत हो गई थी। बभनौली निवासी दूधनाथ यादव के तीन लड़कों में मनोज सबसे बड़े थे। जन्म से दिव्यांग होने के बाद भी मनोज दूसरों पर आश्रित न रहना पड़े, इसके लिए सिलाई करते थे।

उसके सहारे जीवन-यापन कर रहे थे। उनकी पत्नी सीमा देवी भी एक पैर से दिव्यांग हैं। पति-पत्नी दिव्यांग होने के बाद भी एक-दूसरे की बैसाखी बनकर जीवन की गाड़ी खींच रहे थे। दिव्यांगता की वेदना को झेल रहे मनोज पर ईश्वर की करुणा मिलने की जगह शायद कुछ और ही मंजूर था। काल के इस क्रूर पंजे ने हंसते-खेलते परिवार को नहीं भूलने वाला ग़म दे दिया।
सीमा ने बताया कि बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर उन्हें काबिल बनाने के सपने देखे थे, लेकिन भगवान ने हमारे सहारे की बैसाखी ही छीन ली। बेटी राजनंदिनी और बेटा प्रतीक की ओर देखकर लोगों की आंखें छलक जा रही हैं। नियति की मारी सीमा को रिश्तेदार और परिवार के लोग ढांढस बंधाने के साथ मदद करने का भरोसा दिला रहे हैं, लेकिन सीमा को अपनी गृहस्थी की डूबती नैया को मझधार से किनारे लगाने की चिंता सता रही है। दिव्यांग सीमा अपने भाग्य को कोसते हुए विपत्ति को ही मुकद्दर मान रही है।

कंस्ट्रक्शन का काम करते थे भीम, अभी नहीं हुआ था विवाह
पडरौना। नहर में डूबने के बाद लापता हुए भीम सिंह का शव शनिवार को सुबह सहुआडीह रेगुलेटर पर मिला। पोस्टमार्टम हाउस पर मिले भीम के बड़े भाई अंकुर सिंह ने बताया कि सुबह छह बजे रेगुलेटर के कर्मचारी ने शव मिलने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पडरौना की आवास विकास कॉलोनी में नया मकान बना था। वहीं पूरा परिवार रहता था। दो भाई और दो बहनें हैं। उन्होंने बताया कि दीदी की डिलीवरी थी, उनका हाल जानकर परिवार के लोग दूसरी गाड़ी से चले आए, लेकिन भीम अपने दोस्तों के साथ आने की बात कहकर भेज दिए थे। हादसे के बाद से पूरा परिवार सदमे में है। अंकुर ने बताया कि भीम कंस्ट्रक्शन से संबंधित काम करते थे। अभी उनकी शादी नहीं हुई थी। 

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