सफल समाचार
सुनीता राय
गोरखपुर शहर को फाइव स्टार रेटिंग दिलाने के लिए नगर निगम ने कवायद शुरू कर दी है। स्वच्छ भारत मिशन-2023 (एसबीएम) के तहत स्टार रेटिंग फॉर गार्बेज फ्री सिटी के लिए नगर निगम का सर्वे जल्द शुरू होगा। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की टीम इस माह के अंत या सितंबर के प्रथम सप्ताह में सर्वे करने आएगी।
शुक्रवार को नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्र, सहायक नगर आयुक्त डॉ. मणिभूषण तिवारी, अविनाश प्रताप सिंह, संतोष मिश्रा, डॉ. मुकेश रस्तोगी, अखिलेश श्रीवास्तव, सभी जोनल अधिकारी, अधिशासी अभियंता एनडी पाण्डेय, सभी जेई और निर्माण के अधिकारी मौजूद रहे। नगर आयुक्त ने कहा कि शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारियों की टीम 20 बिंदुओं के आधार पर सर्वे करेगी।
इन बिंदुओं पर सर्वाधिक जोर
बैठक में बताया गया कि स्टार रेटिंग फॉर गार्बेज फ्री सिटी में 24 बिंदुओं पर सर्वाधिक जोर रहेगा। इसमें सेग्रेगेशन (सूखे और गीले कूड़े की वार्ड और शहर स्तर पर छटाई), स्वीपिंग (पब्लिक, कामर्शियल और रेजिडेंशियल एरिया में सफाई का तरीका), वेस्ट स्टोरेज बिन, यूजर फीस, पेनल्टी, स्पॉट फाइन (कूड़ा कलेक्शन का यूजर चार्ज, कूड़ा फेंकने पर फाइन की स्थिति), बल्क वेस्ट जेनेरेटर्स कंपलाइंस (सूखे कूड़े को अलग करने के लिए मटेरियल कलेक्शन सेंटर), वैज्ञानिक तरीके से कचरों का निष्पादन, सिटीजन ग्रीवांस रिड्रेसल (लोगों के खुद ही कूड़े को कंपोस्ट में बदलने की स्थिति), डंप रेमेडिएशन (कूड़ा घर), क्लीनिंग ऑफ सर्फेस ऑफ वॉटर बॉडीज एंड स्क्रीनिंग ऑफ स्ट्रोम वॉटर ड्रेन (नाले, तालाब की स्थिति), सिटी ब्यूटिफिकेशन (शहर का सुंदरीकरण) और ऑन साइट प्रोसेसिंग ऑफ वेट वेस्ट (गीले कचरे का साइट पर ही एक्टिविटी) शामिल है।