सफल समाचार
शेर मोहम्मद
बरहज। एक महिला के साथ संभ्रांत लोगों का वीडियो बनाकर उनसे मोटी रकम ऐंठने का मामला जोरों पर है। मामले में पुलिस ने महिला सहित तीन को जेल भेज दिया है। जबकि फरार चल रहे एक आरोपी की तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। शुक्रवार को पुलिस फरार आराेपी के दो सगे संबंधियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उसका लोकेशन प्रयागराज मिला है। टीम के प्रयागराज के लिए रवाना हो गई है।
इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह को फरार चल रहे सुभाष के घर पर होने की सूचना मिली। वह मयफोर्स दबिश दिए, लेकिन वह हाथ नहीं लग सका। पुलिस सुभाष की पत्नी और बहू को हिरासत में लेकर थाने लाई। उनसे पूछताछ की जा रही है। सात अगस्त को एक महिला ने एसपी से नरक की दुनिया से बाहर निकलने के लिए गुहार लगाई थी। इसमें नगर-क्षेत्र के संभ्रांत लोगों का महिला के साथ वीडियो बनाकर उनसे मोटी रकम वसूलने का मामला प्रकाश में आया है। मामले में पुलिस ने नौकाटोला निवासी बैजनाथ उर्फ बड़कू और उसकी तथाकथित पत्नी के अलावा तिवारीपुर वार्ड निवासी रवि का चालान कर दिया, जबकि पुलिस एक अन्य आरोपी सुभाष की सरगर्मी से तलाश कर रही है। वह गिरफ्तारी से बचने के लिए उच्च न्यायालय प्रयागराज की शरण लेने की फिराक में है। पुलिस जनपद सहित गैरजनपद में उसके संभावित ठिकानों पर दबिश भी दे रही है, लेकिन वह पिछले करीब एक सप्ताह से पुलिस से लुकाछिपी खेल रहा है। इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह ने बताया कि महिलाओं को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। जल्द ही आरोपी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इंसेट में-
संभ्रांतों को निशाना बनाने वालों का बैंक खाता खंगलवा रही पुलिस, संचलन पर लग सकता है रोक
बरहज। एक महिला के साथ संभ्रांत लोगों का वीडियो बनाकर उनसे मोटी रकम वसूले जाने के मामले में पुलिस पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्त की तहरीर पर तीन के विरुद्ध केस दर्ज किया है। इसमें एक महिला का नाम प्रकाश में आने पर धारा बढ़ाते हुए उस पर भी केस दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों के बैंक खातों को खंगाल रही है। जिसके संचलन पर रोक लगाए जाने जैसी कवायद की जा रही है। आरोपियों के कम समय में गलत तरीके से करोड़ों रुपये कमाने की बात कही जा रही है। ब्लैकमेलिंग का खेल सुभाष के घर से ही शुरु होना बताया जा रहा है। इसमें बिहार बाॅर्डर के जगदीशपुर क्षेत्र की एक आशा कार्यकर्ता का भी नाम सामने आया है। इसके जरिए नगर के तंबाकू विक्रेता को ब्लैकमेल कर करीब छह लाख रुपये वसूल किया गया था। आशा कार्यकर्ता के पकड़े जाने पर और राज खुल सकता है।