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शेर मोहम्मद
देवरिया। शहर के धनाढ़्य परिवारों में गहरी पैठ बनाकर महिला ठग प्राॅपर्टी में निवेश कराने के नाम पर रुपये लेती थी। पकड़े जाने के बाद उसने पुलिस को कई ऐसे लोगों के नाम बताएं हैं, जिनके उसके साठगांठ है। पुलिस पर लोग रुपये वापसी कराने का दबाव बना रहे हैं। उसने गोरखपुर और लखनऊ में भी कुछ लोगों से जमीन दिलाने के नाम पर रुपये लिए हैं।
बृहस्पतिवार की देर रात 40 लोगों से 6.50 करोड़ की ठगी का मामला सामने आने पर महिला से पुलिस ने कई राज उगलवाए हैं। ठगी के शिकार हुए कई बड़े लोग पुलिस से यह गुहार लगा रहे हैं कि केस दर्ज करने से पहले उनके रुपये के वापस करा दिए जाए, महिला के खाते में करीब साढ़े तीन करोड़ एवं एक अन्य महिला के खाते में भी करीब इतनी रकम है।
आरोपी महिला ने ऐसी गहरी पैठ शहर में बनाई कि लोग उसके जाल में फंसते चले गए। इसने देवरिया-सलेमपुर मार्ग पर भी जमीन ले रखी है। जमीन के नाम पर तीन लोगों से करीब 50 लाख रुपये ली है। विदेश में नौकरी करने वाले एक व्यक्ति की पत्नी भटवलिया मुहल्ले में रहती थी। जमीन दिलाने के नाम पर महिला ने इनसे भी रुपये लिए हैं। गैर प्रांत में सरकारी नौकरी करने वाले एक व्यक्ति का परिवार शहर में किराए का कमरा लेकर रहता है। इससे कुछ दूरी पर आरोपी महिला रहती थी। दोस्ती कर जमीन दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपये ले ली। एक बड़े व्यापारी को शो रूम के लिए जमीन खरीदवाने के नाम पर रुपये ऐंठ ली। आरोपी महिला को जब लगा कि जब उसे लोग ढूंढ रहे हैं तो वह ठिकाना बदलती रही। कभी देवरिया खास, कभी भटवलिया तो कभी गोरखपुर रहने लगी। इस दौरान लखनऊ और गोरखपुर के कुछ बड़े लोगों से उसके संबंध हो गए और वह अपना प्रभाव जमाते हुए बचती रही।
ससुराल वालों से नहीं हैं ठीक रिश्ते, गुमशुदगी दर्ज कराने का भी किया गया था प्रयास
आरोपी महिला की ससुराल शहर के एक मुहल्ले में है। शादी के बाद उसके रिश्तों में खटास आ गई और वह मायके भाटपाररानी स्थित एक गांव में चली आई। जब रुपये का दबाव बढ़ा तो वह गायब हो गई। इस पर उसके परिजन गुमशुदगी का मामला दर्ज कराने के लिए तहरीर दिए थे। यहां तक कि पति का भी आरोप है कि उसने घर का जेवर बेच दिया था।
कोट
मामले की जांच की जा रही है। काफी संख्या में लोगों से रुपये लेने की बात सामने आ रही है। इस मामले में जो भी लोग शामिल होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पहले खातों का डिटेल आदि की जानकारी ली जा रही है।
श्रीयश त्रिपाठी, सीओ