सफल समाचार
शेर मोहम्मद
परसियां देवार के आधा दर्जन मुहल्लों तक पहुंचा बाढ़ का पानी
बरहज। सरयू के उफनाने से तटवर्ती गांवों के लोग सहमे हुए हैं। रविवार को नदी थाना घाट पर बने मीटर गेज पर खतरे के निशान 66.50 से 1.9 मीटर ऊपर 67.59 मीटर पर बहने लगी है। वहीं परसियां-विशुनपुर देवार के आधा दर्जन मुहल्लों तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। जिससे लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं।
पिछले करीब एक पखवारे से नदी के जलस्तर में निरंतर उठा-पटक हो रही है। तीन दिनों से नदी के जलस्तर में लगातार बढ़त दर्ज किया जा रहा है। इस वर्ष नदी दूसरी बार 67.59 मीटर तक पहुंची है। नदी में उमड़ रहे सैलाब से चारों ओर पानी ही पानी हो गया है। सरयू में आए उफान से राप्ती में भी बाढ़ आ गई है। परसियां देवार के भरटोला, चौधरी पुरा, नकिहवां, महो टोला, बिचला टोला, वहीं विशुनपुर देवार के कुछ मोहल्लों तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। जबकि भदिला प्रथम गांव टॉपू बना हुआ है। गांव तक पानी पहुंचने के कारण लोग अपने मवेशियों को ऊंचे स्थान पर ले जा रहे हैं। भदिला प्रथम और परसियां-विशुनपुर देवार गांव के लोगों के आवागमन के लिए प्रशासन की ओर से चार-चार नाव लगाई गई हैं। जो नाकाफी साबित हो रही हैं। भदिला प्रथम के उदयभान, सतीश साहनी, विजय निषाद, अर्जुन निषाद आदि का नदी के उफनाने से आई बाढ़ के कारण मुश्किलें बढ़ गई हैं। लोग किसी तरह घरों में समय व्यतीत कर रहे हैं। लेकिन मवेशियों के लिए मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। जलस्तर में इस कदर वृद्धि होती रही तो बाढ़ का पानी लोगों के घरों तक पहुंच जाएगा। चारों ओर पानी लगा होने के कारण विषैले जीव-जंतुओं का डर सता रहा है। वहीं बीमार लोगों को इलाज के लिए ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल नेपाल की ओर से तीन दिनों से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे नदी के जलस्तर में और भी इजाफा होने की आशंका जताई जा रही है। लोग बाढ़ से होने वाली तबाही को लेकर चिंतित हैं।
कोट-
सरयू नदी के जलस्तर में वृद्धि नोट किया गया है। सोमवार की शाम से जलस्तर में कमी आने के संकेत हैं। जल्द ही हालात सामान्य हो जाएंगे।
अशोक द्विवेदी सहायक अभियंता, बाढ़ खंड विभाग देवरिया
इंसेट में-
पीडब्ल्यूडी बांध कटा तो परसियां-विशुनपुर देवार के मुहल्लों में हो सकता है काफी नुकसान
बरहज। सरयू और राप्ती नदी उफान पर है। आई बाढ़ के कारण परसियां-विशुनपुर देवार के पीडब्ल्यूडी बांध पर नदी दबाव बना रही है। बाढ़ का पानी सड़क के ऊपर से बहने के लिए आतुर हैं। लोगों के अनुसार साधू के छप्पर से विशुनपुर देवार तक पीडब्ल्यूडी की ओर से करीब 5-6 किलोमीटर बांध बनाया गया है। जिससे लोगों का आवागमन होता है। जलस्तर में निरंतर हो रही वृद्धि के कारण नदी बांध पर दबाव बनाने लगी है। तटवर्ती गांवों के लोगों का कहना है कि जलस्तर में कमी नहीं आई और यही आलम रहा तो बाढ़ से होने वाले नुकसान को नहीं रोका जा सकता है।