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विश्वजीत राय
शहर के मुख्य रेलवे ढाले पर मिली है आरओबी की मंजूरी
फाटक संख्या 69 को बंद कर 68 पर फ्लाईओवर और फाटक नंबर 70 पर अंडर बनाने का भेजा गया प्रस्ताव
संवाद न्यूज एजेंसी
पडरौना। ट्रेन आने पर रेलवे का मुख्य ढाला बंद होने से जाम में फंसे लोगों को शीघ्र ही इस समस्या से छुटकारा मिलने वाला है। शहर के मुख्य मार्ग पर बने रेलवे ढाला (फाटक संख्या-68) पर आरओबी अर्थात रेलवे ओवरब्रिज और फाटक संख्या-70 पर अंडरपास बनाने की मंजूरी मिली है। यही नहीं फाटक संख्या 69 को बंद कर उसे फ्लाईओवर से जाेड़ने का प्रस्ताव है। इसके लिए रेलवे की तरफ से सर्वे का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। उच्चाधिकारियों की तरफ से आगे के कार्याें की स्वीकृति मिलने और धन अवमुक्त होने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
पडरौना नगर के बीच से होकर कप्तानगंज-थावे रेलमार्ग गुजरा है। इस रेल मार्ग पर छह सवारी गाड़ियां और छपरा-गोमतीनगर एक्सप्रेस ट्रेन संचालित होती हैं। नगर में खड्डा रोड (फाटक संख्या 71), साहबगंज (फाटक संख्या 70), नौका टोला (फाटक संख्या 69), मेन रोड (फाटक संख्या 68) और नोनियापट्टी (फाटक संख्या 67) समेत कुल पांच रेलवे ढाले हैं।
लोगों को जाम से निकलने में करीब 20 से 30 मिनट का समय लग जाता है। यहां लोगों को जाम से छुटकारा के लिए यातायात पुलिस के जवान तैनात रहते हैं। वे भी खूब पसीना बहाते हैं, लेकिन जाम में फंसे लोग आगे निकलने की होड़ में किसी की परवाह नहीं करते हैं।
शहर में आने वाले लोगों को जाम की इस समस्या से निजात दिलाने के लिए कुशीनगर के सांसद विजय कुमार दुबे ने केंद्रीय रेल मंत्री से मिलकर यहां रेलवे ओवरब्रिज एवं अंडरपास बनवाने की मांग की थी। उनके प्रयास से रेलवे ओवरब्रिज स्वीकृत हुआ है। इसके सर्वे का काम भी पूरा कर लिया गया है।
रेलवे ढाला बंद होने के बाद सबसे अधिक जाम नगर के साहबगंज (फाटक संख्या 70), नौका टोला (फाटक संख्या 69) और मेन रोड (फाटक संख्या 68) पर लगता है। नोनिया पट्टी का (फाटक संख्या 67) रेलवे ढाला बाईपास मार्ग पर है। वहां सड़क बदहाल होने से वाहन चालक उधर से गुजरना पसंद नहीं करते हैं और मुख्य सड़क से जाते हैं। इससे मुख्य सड़क पर जाम लग जाता है। शहर में जाम साहबगंज (फाटक संख्या 70), नौका टोला (फाटक संख्या 69) और मेन रोड (फाटक संख्या 68) को मुख्य रूप से प्रभावित करता है। क्योंकि इन्हीं मार्गाें से होकर लोग शहर में प्रवेश करते हैं। इसलिए सांसद की पहल पर इन्हीं रेलवे ढालों पर भीड़ नियंत्रित करने की योजना है। रेलवे के अधिकारियों की मानें तो नौका टोला स्थित फाटक संख्या 69 को बंद कर उसे फाटक संख्या 68 पर बनने वाले फ्लाईओवर से जोड़ दिया जाएगा। जबकि नगर के साहबगंज स्थित फाटक संख्या 70 पर अंडरपास बनाकर रेलवे ढाले पर होने वाले जाम से लोगों को निजात दिलाई जाएगी। यदि रेल अधिकारियों की तरफ से हुए सर्वे को स्वीकृति मिल गई तो पडरौना शहर की तस्वीर बदल जाएगी।
नगर के मुख्य मार्ग अर्थात सुभाष चौक से कोतवाली की तरफ जाने वाले मार्ग पर बनने वाले फ्लाईओवर का अधिकांश हिस्सा रेलवे की जमीन में होगा। जरूरत पड़ी तो पीडब्ल्यूडी की जमीन भी अधिग्रहीत की जाएगी। रेलवे अधिकारियों की मानें तो नगर के सुभाष चौक के आगे स्थित पेट्रोल पंप के आसपास से आरओबी को उठाकर कोतवाली गेट अथवा उसके आगे गिराया जाएगा। इसके अलावा जलकल मोड़ से निकले कॉलेज रोड को सीधे फ्लाईओवर से जोड़ने का प्रस्ताव दिया गया है, ताकि फ्लाईओवर पर चढ़ने अथवा उतरने वाले लोगों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। अधिकारियों की मानें तो फ्लाईओवर बनाने के लिए हुए सर्वे में नगर में आने वाले लोगों की सुविधा के अलावा इसके आसपास के दुकानदारों का व्यवसाय प्रभावित न हो, समेत कई बिंदुओं का विशेष ख्याल रखा गया है। अधिकारियों की तरफ से हुए सर्वे की स्वीकृति मिलने के बाद नक्शा पास होगा। इसके बाद धन स्वीकृत होने पर निर्माण कार्य शुरू होगा। इन सभी कार्यों में भले ही अभी समय है, लेकिन अभी से नगरवासियों में इसको लेकर उत्साह है।
पडरौना। नगर के रेलवे लाइन पर फ्लाईओवर बनाने की मिली स्वीकृति विकास में मील का पत्थर है। नगर के लोग इस पहल की सराहना कर रहे हैं। लोगों को कहना है कि इसका निर्माण पूरा होने के बाद शहर की तस्वीर बदल जाएगी। इसके अलावा रेलवे ढाले पर हर दिन लगने वाले जाम से लोगों को निजात मिलेगी।
नगर के मुख्य मार्ग पर ओवरब्रिज की मिली स्वीकृति स्वागत योग्य है। इससे नगर के विकास को गति मिलने के साथ ही नगर में जाम की समस्या से परेशान लोगों को राहत मिलेगी।
– बीके शुक्ला, अधिवक्ता
रेलवे ढाला बंद होने के बाद रेलवे लाइन के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग जाती है। इसमें फंसे लोगों को निकलने में 20 से 25 मिनट तक का समय लग जाता है। ओवरब्रिज बनने से राहत मिलेगी।
– अखिलेश्वर मिश्रा, अधिवक्ता
जैसे ही कोई ट्रेन आती है रेलवे ढाले के आसपास दोनों तरफ कुछ देर के लिए वाहनों का आवागमन करीब-करीब बंद हो जाता है। ओवरब्रिज का निर्माण होने से लोगों को इस समस्या से निजात मिलेगी।
– प्रशांत दुबे, नगरवासी
रेलवे लाइन पर जाम इस कदर लगता है कि लोग ट्रेन आने के समय रेलवे ढाले की तरफ से गुजरना नहीं चाहते हैं। सबसे अधिक परेशानी तेज धूप होने पर इस जाम में फंसे लोगों को होती है।
– अजय विश्वकर्मा, नगरवासी
विकास के पक्षधर, लेकिन पूर्वी ढाले पर बने ओवरब्रिज
पडरौना नगर के मुख्य मार्ग अर्थात रेलवे के फाटक संख्या 68 पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज से सड़क की दोनों तरफ का व्यवसाय प्रभावित होगा। इसे देखते हुए नगर के व्यापारी इसे नोनियापट्टी स्थित पूर्वी रेलवे ढाले पर बनवाने की मांग कर रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि वे लोग विकास के पक्ष में जरूर हैं, लेकिन यहां फ्लाईओवर बनने से दो सौ से अधिक व्यापारियों का व्यापार प्रभावित होगा।
नगर के व्यवसायी अजय गुप्ता ने कहा कि नगर के व्यवसायी शहर के सर्वांगीण विकास के पक्षधर हैं। व्यापारी इस फ्लाईओवर का विरोध नहीं कर रहे हैं। चूंकि, इसके बनने से सड़क के दोनाें तरफ से दो सौ से अधिक व्यापारियों का व्यवसाय प्रभावित होगा। इसे देखते हुए यदि यहां अंडरपास बन जाए तो जाम की समस्या से निजात मिलने के साथ ही व्यापारियों का व्यवसाय भी प्रभावित होने से बच जाएगा।
व्यवसायी सुधीर जायसवाल ने कहा कि नगर का विकास सभी चाहते हैं। मुख्य मार्ग के स्थान पर ऐसे स्थान पर फ्लाईओवर बनना चाहिए, जिससे लोगों को जाम की समस्या से निजात भी मिले और व्यापारियों का भी नुकसान भी न हो।
अभिषेक कुमार बंका ने कहा कि मुख्य मार्ग पर अंडरपास बनाने के लिए डीएम, सांसद, सदर विधायक और नगर पालिका अध्यक्ष को मांगपत्र सौंपा गया है। अधिकांश लोग फ्लाईओवर बनने वाले स्थान पर अंडरपास बनाने की बात कह रहे हैं। लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए यहां अंडर बनना चाहिए।
सतीश जिंदल ने कहा कि इस मार्ग पर फ्लाईओवर की जगह अंडरपास और दूसरे ढाले पर फ्लाईओवर बनाने के लिए सांसद, विधायक सहित अन्य अधिकारियों से मांग की गई है। यहां फ्लाईओवर बनने से लोगों को तो जरूर फायदा होगा, लेकिन इसके आसपास का व्यवसाय पूरी तरह चौपट हो जाएगा।
कोट
मुख्य मार्ग पर फ्लाईओवर के स्थान पर अंडरपास बनाने के लिए नगर के व्यवसायियों ने मांगपत्र दिया है। इस संबंध में रेलवे के उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।
– मनीष जायसवाल, सदर विधायक
कप्तानगंज-थावे रेल मार्ग के फाटक संख्या 68 पर फ्लाईओवर बनाने की योजना है। इसके लिए रेलवे अधिकारियों की तरफ से सर्वे कराया गया है। अधिकारियों की तरफ से उपलब्ध सर्वे पर स्वीकृति मिलने के बाद कई अन्य प्रक्रिया पूरी करनी होती है। सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद फ्लाईओवर निर्माण का रास्ता साफ होगा।
– अशोक कुमार, जन संपर्क अधिकारी, एनईआर, वाराणसी
पडरौना शहर में जाम से हर दिन करीब 50 हजार आबादी प्रभावित होती है। केंद्रीय रेल मंत्री से मिलकर यहां आरओबी एवं अंडरपास बनवाने की स्वीकृति देने का अनुरोध किया था। स्वीकृति मिली और उसका सर्वे भी करा लिया गया। कुछ व्यवसायियों ने इससे आगे चलकर उन्हें परेशानी होने की बात कही है, लेकिन कोतवाली रोड पर अंडरपास बने, तब भी उसमें पानी भरने पर समस्या आएगी। रेलवे के डीआरएम को व्यापारियों की इस बात से अवगत करा दिया जाएगा।
-विजय कुमार दुबे, सांसद, कुशीनगर