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सुनीता राय
पीपीगंज के बगहा भारी गांव के रहने वाले दिनेश उर्फ राजू और उसके साथ आए युवकों ने एसपी नार्थ को प्रार्थनापत्र दिया है। उनका कहना है कि गोरखनाथ इलाके के नथमलपुर में रहने वाले दो युवकों से उनकी मुलाकात हुई। बताया गया कि एम्स में स्वास्थ्य कर्मी की सीधी भर्ती आई है। इसके लिए ट्रेनिंग की जिम्मेदारी हम लोगों को दी गई है। पहले तीन महीने की ट्रेनिंग होगी और फिर नौकरी लग जाएगी।
गोरखपुर जिले में पीपीगंज व महराजगंज के बेरोजगारों से एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) में स्वास्थ्य कर्मी की नौकरी दिलाने के नाम पर फिर जालसाजी का मामला सामने आया है। आरोप है कि गोरखनाथ इलाके के दो युवकों ने दस से अधिक युवाओं से जालसाजी की है। सोमवार को पीड़ित युवकों ने एसपी नार्थ से मुलाकात कर जानकारी दी है। पीड़ितों ने बताया कि कई और लोगों से भी ठगों ने रुपये लेकर हड़प लिए हैं। एसपी ने सीओ कैंपियरगंज को पूरे प्रकरण की जांच सौंपी है।
जानकारी के मुताबिक, पीपीगंज के बगहा भारी गांव के रहने वाले दिनेश उर्फ राजू और उसके साथ आए युवकों ने एसपी नार्थ को प्रार्थनापत्र दिया है। उनका कहना है कि गोरखनाथ इलाके के नथमलपुर में रहने वाले दो युवकों से उनकी मुलाकात हुई। बताया गया कि एम्स में स्वास्थ्य कर्मी की सीधी भर्ती आई है। इसके लिए ट्रेनिंग की जिम्मेदारी हम लोगों को दी गई है। पहले तीन महीने की ट्रेनिंग होगी और फिर नौकरी लग जाएगी।
जालसाजों ने झांसा देकर राजू से 1.30 लाख रुपये, उमेंद्र से एक लाख, संजय यादव से दो लाख, पनियरा के दिनेश से 80 हजार, मिथिलेश से 80 हजार, अजय कुमार से एक लाख 30 हजार, अजय साहनी से 82 हजार, विजय से 90 हजार, दीपू से 70 हजार, महेंद्र यादव से 60 हजार रुपये ले लिए। लेकिन, न तो ट्रेनिंग शुरू हुई और न ही नौकरी मिली।
कुछ समय बीत जाने के बाद पीड़ितों को ठगी की जानकारी हुई है। जब उन्होंने ठगी करने वालों से संपर्क किया तो पहले तो रकम वापस करने की बात कही, लेकिन बाद में टाल-मटोल करने लगे। इसके बाद दोनों ठगों ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया। इसके बाद पीड़ितों ने एसपी से शिकायत की है।
एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने कहा कि पीड़ित युवकों ने शिकायत की है। पूरे प्रकरण की जांच सीओ कैंपियरगंज को सौंपी गई है। जांच के बाद केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।