बस्ती कंट्रोल रूम में मोबाइल नंबर 8130861131 से एक कॉल आई। फोन करने वाले ने बिना अपना नाम-पता बताए, पुलिस को धमकी दी कि बिहार संपर्क क्रांति में बम है

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

सफल समाचार 
सुनीता राय 

मंगलवार को जीआरपी बस्ती कंट्रोल रूम में मोबाइल नंबर 8130861131 से एक कॉल आई। फोन करने वाले ने बिना अपना नाम-पता बताए, पुलिस को धमकी दी कि बिहार संपर्क क्रांति में बम है। जो कभी भी ब्लास्ट हो सकता है। बचा सको तो बचा लो।

दिल्ली से आ रही बिहार संपर्क क्रांति ट्रेन में बम की सूचना से हड़कंप मच गया। बस्ती कंट्रोल रूम में एक फोन आया और बोला कि ट्रेन में बम है, बचा सकते हो तो बचा लो। इसके बाद सनसनी फैल गई। ट्रेन के आने से पहले पुलिस, बम स्क्वॉयड, डॉग स्क्वॉयड, एंबुलेंस और फॉयर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई।

रात 12.50 बजे ट्रेन के प्लेटफार्म नंबर- 2 पर पहुंचते ही पूरे ट्रेन के चप्पे-चप्पे की चेकिंग की गई। लेकिन, हर बार की तरह इस बार भी चेकिंग के बाद यह सूचना झूठी निकली। फिलहाल, इंस्पेक्टर आरपीएफ दशरथ प्रसाद की तहरीर पर जीआरपी पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है। खबर है कि जिस नंबर से फोन आया था, वह बंद है।

जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को जीआरपी बस्ती कंट्रोल रूम में मोबाइल नंबर 8130861131 से एक कॉल आई। फोन करने वाले ने बिना अपना नाम-पता बताए, पुलिस को धमकी दी कि बिहार संपर्क क्रांति में बम है। जो कभी भी ब्लास्ट हो सकता है। बचा सको तो बचा लो। इसके बाद उसने फोन काट दिया। बस्ती कंट्रोल कंट्रोल ने तत्काल इसकी सूचना गोरखपुर जीआरपी और अफसरों को दी।

इस सूचना पर जीआरपी और आरपीएफ तत्काल हरकत में आ गई। जिला पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया। भारी संख्या में पुलिस फोर्स बम स्क्वॉयड, डॉग स्क्वॉयड, एंबुलेंस और फॉयर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। रात करीब 12.50 बजे ट्रेन गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर- 2 पर पहुंची। इसके बाद यात्रियों को सुरक्षित करते हुए ट्रेन की चेकिंग शुरू की गई। लेकिन, कुछ भी नहीं मिला। करीब सवा घंटे की देरी से ट्रेन रवाना हुई। जीआरपी इंस्पेक्टर विजय प्रताप ने बताया कि केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। मोबाइल फोन बंद है।

पहले भी मिली है धमकी

  • 18 मई 2022: गोरखपुर से बांद्रा जाने वाली हमसफर एक्सप्रेस में बम की सूचना मिली थी। पूर्व रेल मंत्री पीयूष गोयल और पीएमओ को ट्वीट कर ट्रेन में बम होने की सूचना दी गई थी। इसके बाद गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पुलिस, आरपीएफ और जीआरपी अलर्ट हो गई थी। हालांकि, जांच में मामले झूठा निकला।
  • 2017 में लश्कर-ए-तयबा ने भी स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। मोहम्मद अमीन शेख नाम के शख्स ने पत्र लिखकर खुद को कश्मीर और कराची पाकिस्तान का एरिया कमांडर बताया था। गोरखपुर सहित प्रदेश के 7 स्टेशनों को उड़ाने की धमकी दी थी, लेकिन जांच में कुछ नहीं आया।
  • 13 सितंबर 2018: कॉमर्शियल कंट्रोल रूम से फोन कर गोरखपुर स्टेशन को उड़ाने की धमकी मिली थी।
  • 26 अक्तूबर 2019 और 21 अक्टूबर 2021 को भी स्टेशन को उड़ाने की धमकी मिल चुकी है। सारी धमकियां अफवाह निकलीं।

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