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शेर मोहम्मद
देवरिया। झपटप कनेक्शन देकर एक सप्ताह के भीतर उपभोक्ता के घर को रोशन करने की योजना विद्युत विभाग की है। पर हकीकत यह है कि नाम के हिसाब से काम नहीं हो रहा है। जिले में करीब नौ सौ आवेदन झटपट कनेक्शन के लंबित हैं। जरूरतमंद बिजली निगम के चक्कर काट रहे हैं। कई ऐसे कनेक्शनधारक हैं जिनका आवेदन 20 से 30 दिन पहले का है, लेकिन निगम उन्हें कनेक्शन नहीं दिलवा पाया है।
बिजली निगम एक किलोवाट ग्रामीण क्षेत्र में 1356 रुपये लेकर झटपट कनेक्शन एक सप्ताह के भीतर देता है, जबकि शहर में दो किलोवाट का 2217 रुपये लगता है। निगम के सूत्रों के मुताबिक हर माह करीबन तीन से चार सौ कनेक्शन झटपट के लिए आवेदन आते हैं। इनकी हकीकत यह है कि कनेक्शन देने में हीलाहवाली और लेटलतीफ हो रही है। इसके चलते महीने में दो सौ झटपट कनेक्शन भी नहीं दिए जा रहे हैं। इनके आवेदन विभिन्न कारण बताकर अटका दिए जा रहे हैं। शहर में ही तीन सौ लोगों के झटपट कनेक्शन के आवेदन अटके हुए हैं। इसमें से कुछ लोगों के जमीन के कागजात तो किसी से पोल दूर होने की बात कही जा रही है। कुछ लोगों को उपकरण की कमी के कारण कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं।