सफल समाचार अजीत सिंह
2 अक्टूबर से सम्पूर्ण प्रदेश में जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के माध्यम से “स्वच्छता जागरूकता” अभियान का होगा आयोजन
प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/विशेष न्यायाधीश, एस0सी0/एस0टी0 सोनभद्र श्री एहसानुल्लाह खान ने अवगत कराया है कि उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार मा0 मुख्य न्यायमूर्ति, उच्च न्यायालय, इलाहाबाद/मुख्य संरक्षक,उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा इस वर्ष महात्मा गांधी के जन्मदिवस 02 अक्टूबर से सम्पूर्ण प्रदेश में जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के माध्यम से स्वच्छता जागरूकता अभियान के रूप में साप्ताहिक कार्यक्रम आयोजित किये जाने का कृपापूर्ण निर्देश दिया गया है। इसी क्रम के निर्देश में स्वच्छता जागरूकता अभियान की कार्ययोजना को अनुमोदित करते हुए सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों द्वारा 02 से 08 अक्टूबर, 2023 तक स्वच्छता जागरूकता अभियान आयोजित करने के लिए निर्देशित किया गया है। मा0 जनपद न्यायाधीश श्री अशोक कुमार यादव-प्रथम अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सोनभद्र के आदेशानुसार स्वच्छता जागरूकता अभियान के साप्ताहिक कार्यक्रम की अनुमोदित कार्ययोजना तैयार की गयी है, उन्होंने बताया कि जागरूकत कार्यक्रमों का आयोजन बड़ी संख्या में क्षेत्रीय आबादी को सम्मिलित करते हुए किया जाये, जिले में समस्त प्राथमिक विद्यालयों में माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों तथा महाविद्यालयों को सम्मिलित करते किया जाये, 02 अक्टूबर,2023 को जनपद स्तर, तहसील स्तर एवं ब्लाॅक स्तर पर प्रभातफेरी का आयोजन किया जाये, जिसमें राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में स्वच्छता जागरूकता अभियान शीर्षक के अधीन कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार किया जाये, समस्त विद्यालयों में निबन्ध एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जाये, दोनों संवर्गों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यालय व छात्र को पुरस्कृत किया जाये। उन्होंने बताया कि समस्त विद्यालयों द्वारा अपने-अपने विद्यालय की 3-3 उत्कृष्ठ निबन्ध एवं चित्रकला प्रविष्टियों को 05 अक्टूबर,2023 तक संबंधित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय, सोनभद्र को प्राप्त कराया जायेगा। विद्यालयों से प्राप्त प्रविष्टियों में से निर्वाचक मण्डल द्वारा निबन्ध एवं चित्रकला प्रविष्टियों में से उत्कृष्ट प्रथम, द्वितीय व तृतीय प्रविष्टियों को चयनित व पुरस्कृत किया जायेगा। पुरस्कार के लिए प्रतीकचिन्ह अथवा नगद धनराशि का निर्धारण निर्वाचक मण्डल द्वारा किया जायेगा और इस पर आने वाला व्यय नालसा कोष पर भारित किया जायेगा, इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए इच्छुक गैर सरकारी स्वयं सेवा संस्थायें भी अपना सहयोग कर सकती है।