पोखरे की नीलामी के दौरान एआरके का रिश्वत लेने का आडियो वायरल

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

प्रवीण शाही
सफल समाचार

दिनांक 29.10.2023

जनपद कुशीनगर के तमकुहीराज तहसील का मामला

पोखरे की नीलामी के दौरान एआरके का रिश्वत लेने का आडियो वायरल

एसडीएम ने तत्काल प्रभाव से एआरके को किया निलंबित

तमकुहीराज तहसील में मत्स्य आखेट की नीलामी के लिए आयोजित शिविर मे किस तरह की धांधली करके पट्टे का आवंटन किया जाता हैं इसका खुलासा आज इस शिविर के कर्ता धर्ता ए. आर. के. रामचंद्र प्रसाद का एक आडियो वायरल होने के बाद हुआ हैं। आडियो वायरल होने के बाद मामले को त्वरित संज्ञान मे लेकर एसडीएम तमकुहीराज ने उक्त ए आर के को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया हैं लेकिन अब सबकी निगाहेँ दो दिन से चल रहे नीलामी शिविर के तरफ लगी हुई हैं की ज़ब प्रक्रिया मे रिश्वतखोरी की पुष्टि हो गयी तो पूरी प्रक्रिया ही सन्देह दूषित मानी जाएगी ऐसे मे प्रबुद्ध और आम लोगो ने इस शिविर को निरस्त कर नए सिरे से शिविर आयोजित कराने की मांग की हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार तमकुहीराज तहसील मे कल दिनांक 26 अक्टूबर से मत्स्य आखेट की नीलामी के लिए शिविर आयोजित हुआ था और आज भी तहसील के सभागार मे नीलामी की प्रक्रिया जारी था की इसी बिच देवपोखर निवासी रामप्रसाद पुत्र रंगलाल और एआरके रामचंद्र प्रसाद के बिच बातचीत का एक आडियो वायरल हुआ जिसमे प्रथम दृष्टया एआरके द्वारा रिश्वत लिए जाने की पुष्टि हुई और वह रुपया वापस करने के साथ साथ अधिकारी लोगो के साथ भी लेन देन की बात कर रहे थे। आडियो वायरल होने के बाद तहसील कार्यालय मे खलबली मच गया और एसडीएम विकास चंद्र ने मामले को संज्ञान मे लेकर तहसीलदार के रिपोर्ट के आधार पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर कड़ा संदेश देने का कार्य किया हैं की भ्र्ष्टाचार किसी भी सूरत मे बर्दास्त के काबिल नहीं हैं। इस मामले मे यह बता देना उचित होगा की ऐसे शिविरो के आयोजनों मे बिचौलिया तंत्र इस कदर हावी हैं की बिज्ञापन के प्रकाशन से लेकर ग्राम सभाओ मे प्रचार प्रसार तक मे कही भी शासनादेश के दिशानिर्देश को भी फॉलो नहीं किया जाता हैं। एआर के और आर के के माध्यम से बिचौलिए ऐसे समाचार पत्रों मे बिज्ञापन प्रकाशित करवाते हैं जो आम लोगो के पहुंच तक न हो और चुप्पे चोरी ऐसे रिश्वतखोर कर्मचारियों के माध्यम से अपने मनमाफिक लोगो को औने पौने दाम पर पोखरे का आवंटन करवाते हैं। इस नीलामी शिविर की प्रक्रिया मे रिश्वतखोरी भ्र्ष्टाचार की पुष्टि हो चुकी हैं और पूरी प्रक्रिया सन्देह और दूषित प्रतीत हो रही हैं ऐसे मे अब सबकी निगाहे जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी तमकुहीराज के तरफ लगी हुई हैं की एआरके के निलंबन के बाद वह लोग इस शिविर के बारे मे क्या निर्णय लेते हैं ??

नाम बड़े और दर्शन छोटे
अभी एक सप्ताह के अंदर हाइवे पर बालू की अबैध ट्रकों से रिश्वत का ऑफर देते रंगे हाथ धराये तरयासुजान थाने पर तैनात सिपाही श्रवण यादव को कप्तान ने निलंबित किया था की आज तहसील मे कार्यरत एआरके रामचंद्र प्रसाद रिश्वत मांगने के मामले आडियो वायरल के बाद निलंबित किये गए हैं। श्रवण कुमार, रामचंद्र जैसे नाम सुनने मे कितने अच्छे लगते हैं और इनके परिजनों ने इन लोगो का नामकरण ज़ब किया होगा तो यह सोच होगा की महापुरुषों और भगवान के नाम पर नाम रखने पर उनमे वही आदर्श और संस्कार विकसित होगा लेकिन यहां इस नाम के लोगो का करामात दखिये की वह अपने नाम को किस तरह से चरितार्थ कर रहे हैं।

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